आज यानी 8 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है. सूर्य ग्रहण रात 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू हो जाएगा और इसका समापन 9 अप्रैल को 2 बजकर 22 मिनट पर होगा. सूर्य ग्रहण की अवधि 5 घंटे 10 मिनट की होगी. चलिए आपको बताते हैं कि दुनिया में सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखेगा और भारत में सूतक काल लगेगा या नहीं?
कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण-
साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है. ये सूर्य ग्रहण कनाडा, उत्तरी अमेरिका, मैक्सिको, जमैका, आयरलैंड, इंग्लैंड , पश्चिमी यूरोप, पोलिनेशिया, फ्रेंच, क्यूबा डोमिनिका, कोस्टा रिका, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक में दिखाई देगा. इस बार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा.
54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण-
54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने वाला है. सूर्य ग्रहण बेहद खास है. माना जा रहा है कि ये काफी लंबा सूर्य ग्रहण रहने वाला है. इससे पहले इस तरह का सूर्य ग्रहण साल 1970 में लगा था. जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो चंद्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
आखिरी बार भारत में कब दिखा था सूर्य ग्रहण-
भारत में आखिरी वलयाकार सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 को दिखाई दिया था. यह सूर्य ग्रहण 5 बजकर 18 मिनट पर शुरू हुआ था. यह सूर्य ग्रहण 3 मिनट और 39 सेकंड तक चला था.
क्या भारत में होगा सूतक काल-
सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले लगता है. ये सूतक काल ग्रहण खत्म होने तक रहता है. लेकिन सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल भारत में नहीं लगेगा. ऐसे में भारत में धार्मिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण के संबंधित किसी भी तरह के नियमों का पालन करना जरूरी नहीं है. लेकिन ज्योतिषीय दृष्टि से इस ग्रहण का असर पड़ेगा. ये सूर्य ग्रहण दुनिया में राजनैतिक रूप से उथल पुथल मचा सकता है. दुनियाभर की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
ग्रहण में क्या नहीं करना चाहिए-
इस पूर्ण सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं दिखाई देगा. लेकिन सूर्य ग्रहण में कई ऐसी चीजें होती हैं, जिसे भूलकर भी नहीं करना चाहिए. सूर्य ग्रहण के दौरान शुभ काम नहीं करना चाहिए. देवी-देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए. इस दौरान ना तो भोजन पकाना चाहिए और ना ही कुछ खाना-पीना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण कभी नहीं देखना चाहिए और ना ही उनको घर से बाहर निकलना चाहिए.
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