किसी भी ग्रह की चाल का मनुष्य के जीवन पर प्रभाव पड़ता है. जब दो गृह एक ही राशि में हों तो इसे ग्रहों की युति कहते हैं. इस बार सूर्य और गुरु 12 साल बाद मेष राशि में मिलने जा रहे हैं. 14 अप्रैल 2023 को सूर्य मेष राशि में चला जाएगा. इस राशि में सूर्य उच्च के होंगे जबकि गुरु अपने मित्र सूर्य के साथ रहेंगे. वैदिक ज्योतिष में सूर्य और गुरु की युति को बहुत ही शुभ माना जाता है. यह मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और यश प्रदान करता है. ज्योतिषियों का कहना है कि इस युति का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा. लेकिन सूर्य-बृहस्पति की युति से तीन राशियां विशेष रूप से लाभांवित होंगी.
आइए जानते हैं गुरु-सूर्य की यह युति किन राशि के जातकों को लाभ प्रदान कराएगी.
कर्क राशि: कर्क राशि के लिए यह युति कार्यक्षेत्र में तरक्की लेकर आएगी. सूर्य-गुरु की यह युति यह युति कर्क राशि के दसवें भाव में बनेगी. इस दौरान आपको नौकरी में अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं. इस राशि के जो लोग व्यापार करते हैं उन्हें इस दौरान अच्छा मुनाफा हो सकता है. कोर्च-कचहरी से जुड़े मामलों में भी विजय प्राप्त होने के योग बन रहे हैं. इनकम के नए स्त्रोत बनेंगे। फिजूल खर्चों में आप रोक लगाकर रखेंगे.
सिंह राशि: सूर्य और गुरु की युति सिंह राशि के नौवें भाव में होने जा रही है. ऐसे में इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. जीवन में सकारात्मकता देखने को मिलेगी. जो लोग लंबे समय से विदेश यात्रा या विदेश में नौकरी करने का सपना देख रहे हैं उनका सपना साकार होगा. सिंह राशि के जातक जिस भी काम में हाथ डालेंगे, उसमें लाभ होगा. यदि आपके कोई काम रुके हुए हैं तो वह भी पूरे होंगे.
मीन राशि: सूर्य और बृहस्पति की युति मीन राशि के दूसरे भाव में होगी. गुरु-सूर्य की यह शुभ युति आर्थिक स्थिति के लिए लाभदायक साबित होगी. इन दोनों ग्रहों का मिलन आपको जीवन में सफलता और समृद्धि दिलाने वाला रहेगा. एकदम से इनकम बढ़ने से आर्थिक स्थिति भी मजबूत रहेगी. धन में बढ़ोतरी होगी. आप अपनी बातचीत से दूसरों को प्रभावित करने में कामयाब रहेंगे.