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What is Lent: इस बार रमज़ान के साथ आया लेंट! जानिए क्या है ईसाइयों का फास्टिंग का महीना Lent, क्या हैं इसके नियम

What is Lent: क्रिश्चियन चर्च के अनुसार लेंट ईसाईयों के लिए पश्चाताप का समय होता है. यह अवधि करीब 40 दिन की होती है. पश्चिमी देशों के गिरजाघरों में लेंट की शुरुआत ऐश वेडनसडे (Ash Wednesday) नाम के दिन पर होती है.

लेंट करीब 40 दिन का होता है. लेंट करीब 40 दिन का होता है.

रमज़ान का महीना चल रहा है जिसमें दुनियाभर के मुसलमान रोज़ा रख रहे हैं. दिनभर भूखे-प्यासे रहकर रोज़े का पालन कर रहे हैं. यह बात शायद आप जानते होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि साल के इसी समय पर ईसाई भी एक खास तरह का उपवास रख रहे हैं? ईसाई धर्म में उपवास के इस समय को 'लेंट' (Lent) कहा जाता है. लेंट क्या है, क्यों मनाया जाता है और इसके क्या नियम हैं, आइए जानते हैं.

क्या है लेंट?
क्रिश्चियन चर्च के अनुसार लेंट ईसाईयों के लिए पश्चाताप का समय होता है. यह अवधि करीब 40 दिन की होती है. पश्चिमी देशों के गिरजाघरों में लेंट की शुरुआत ऐश वेडनसडे (Ash Wednesday) नाम के दिन पर होती है. यह अवधि गुड फ्राइडे (Good Friday) को खत्म होती है. यानी इस साल यह पांच मार्च को शुरू हुआ. 

ऐश वेडनसडे को कई ईसाई चर्चों में प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं. प्रार्थना के बाद वहां मौजूद लोगों के माथे पर राख से क्रॉस बनाया जाता है. यह किसी भी गलत काम के लिए ईश्वर से माफ़ी मांगने का एक सांकेतिक तरीका है. इसी वजह से इसे ऐश वेडनसडे भी कहा जाता है.

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कुछ पूर्वी ईसाई गिरजाघरों में लेंट की शुरुआत ऐश वेडनसडे के बजाय ईस्टर से सात सप्ताह पहले होती है. और ईस्टर से नौ दिन पहले यह अवधि खत्म होती है. इस अवधि के दौरान वे अपने आपको मानसिक और आध्यात्मिक रूप से ईस्टर के लिए तैयार कर रहे होते हैं. यानी अपने पापों का प्रायश्चित करने और ईश्वर के करीब आने की कोशिश कर रहे होते हैं.   

क्यों मनाया जाता है लेंट?
द क्रॉसिंग चर्च की वेबसाइट के अनुसार, लेंट का ज़िक्र बाइबिल में नहीं है. ईसाइयों के अनुसार ईसा मसीह ने अपना सार्वजनिक मंत्रालय शुरू करने से पहले यहूदिया रेगिस्तान (The Judean Desert) में फास्ट किया था. इसी काम की नकल करते हुए ईसाई लेंट की अवधि में फास्ट करते हैं. 

क्या हैं इसके नियम?
लेंट के तीन स्तंभ होते हैं. उपवास, दान और प्रार्थना. लेंट की अवधि के दौरान कैथलिक, ऑर्थोडॉक्स ईसाई और कुछ प्रोटेस्टेंट भी ऐश वेडनसडे और गुड फ्राइडे को उपवास करते हैं. यानी लेंट के पहले और आखिरी दिन. इस दौरान वे एक बार भर पेट खाना खाते हैं. और दिन में दो छोटी मील्स (Small Meals) लेते हैं. इसके बीच में वे कुछ नहीं खाते. 

इसके अलावा लेंट का पालन करने वाले लोग इस अवधि में शुक्रवार के दिन गोश्त नहीं खा सकते. कैथलिक ईसाई इस समय के दौरान हर रोज़ चर्च में होने वाली मास गैदरिंग में हिस्सा लेते हैं. प्रार्थना और बाइबिल पढ़ने जैसे कामों में ज्यादा से ज्यादा समय बिताना सही माना जाता है. साथ ही लेंट की अवधि के लिए ज्यादा से ज्यादा दान को प्रोत्साहित किया गया है. 

कुल मिलाकर लेंट ईसाइयों के लिए ईश्वर के साथ अपने रिश्ते पर चिंतन करने और अपने पापों के लिए पश्चाताप करने का समय है. प्रायश्चित के कार्य (जैसे कि कुछ खाने-पीने की चीजें या आदतें छोड़ना) आध्यात्मिक विकास में उनकी मदद करते हैं. कई ईसाई लेंट के दौरान कुछ खास चीजें त्यागते भी हैं. जैसे मिठाई, शराब, सोशल मीडिया या दूसरी व्यक्तिगत विलासिताएं.