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यूपी सरकार दे रही है मोटे अनाज को बढ़ावा, काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा को अब चढ़ेगा मिलेट्स का प्रसाद

भगवान के दर्शन मात्र से इंसान के दुख दूर हो जाते हैं. भगवान का प्रसाद ग्रहण करने से सारे कष्ट मिट जाते हैं. जब इस प्रसाद में भगवान के आशीर्वाद के साथ सेहत का स्वाद मिला हो तो कहना ही क्या. दरअसल काशी विश्वनाथ मंदिर में मिलेट्स यानी मोटे अनाज के लड्डू बतौर प्रसाद शामिल किए गए हैं और इसकी बिक्री के लिए भी सरकार पूरी तरह तैयार है.

काशी विश्वनाथ मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर
हाइलाइट्स
  • देश में मनाया जा रहा है मोटा अनाज वर्ष

  • श्री अन्न प्रसादम कहलाएगा प्रसाद

अब काशी विश्वनाथ मंदिर में खास प्रसाद मिलेगा. इस प्रसाद में मोटे अनाज का स्वाद मिलेगा, जो काशी विश्वनाथ मंदिर पूरे विश्व में भक्ति रस की गंगा बहाता है. भोले बाबा का वही धाम अब संसार को सेहत का स्वाद भी चखाएगा. 

देश में मनाया जा रहा है मोटा अनाज वर्ष
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र 2023 को ‘मोटा अनाज वर्ष’ यानी मिलेट ईयर के रूप में मनाने की घोषणा कर चुका है. दरअसल मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लक्ष्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें 'श्री अन्न' का नाम दिया है. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने काशी विश्वनाथ धाम में मोटे अनाज से बने लड्डुओं को प्रसाद में शामिल करने का फैसला लिया है.

श्री अन्न प्रसादम कहलाएगा प्रसाद
मोटे अनाज से बना लड्डुओं का ये प्रसाद 'श्री अन्न प्रसादम' कहलाएगा. मोटे अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, मक्का में जरूरी पोषक तत्व होते हैं और सेहत के लिए बहुत लाभकारी हैं. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के लिए महाप्रसाद बनाने वाली महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को ही इसकी जिम्मेदारी दी गयी है. मिलेट्स लड्डू बनाने के लिए महिलाओं की ख़ास तौर पर ट्रेनिंग भी कराई गई है.

हालांकि, परम्परागत रूप से अब तक मिल रहे आटे, सूजी का लड्डू भी काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रसाद के रूप में उपलब्ध होगा. फिलहाल 100 और 200 ग्राम के लड्डू के पैकेट बिक्री के लिए उपलब्ध हैं.