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देवघर के बैद्यनाथ धाम से आई गुड न्यूज... अब स्मार्ट कार्ड से होंगे बाबा के दर्शन

अब देवघर में भोले के धाम में भक्तों को बाबा के हाइटेक दर्शन करने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही 14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेले की तैयारियां भी जोरों पर हैं.

मेट्रो TRAIN कार्ड की तर्ज पर होंगे बाबा के दर्शन मेट्रो TRAIN कार्ड की तर्ज पर होंगे बाबा के दर्शन
हाइलाइट्स
  • जोरों पर श्रावणी मेले की तैयारियां

  • मेट्रो TRAIN कार्ड की तर्ज पर होंगे बाबा के दर्शन

झारखंड के देवघर में भोले के धाम में भक्तों को नई सौगात मिलेगी. ये सौगात होगी स्मार्ट कार्ड की, बिल्कुल उसी तरह जैसे मेट्रो या दूसरी सर्विस के स्मार्ट कार्ड होते हैं. इस स्मार्ट कार्ड के जरिए भक्तों को भीड़ से बचाते हुए सीधे बाबा वैद्यनाथ के दर्शन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. 

बाबा वैद्यनाथ धाम 12 जोतिर्लिंगों में एक है. माना जाता है कि यहां हर भक्त की मन की मुराद पूरी होगी है. अब यहां आपको बाबा के हाइटेक दर्शन करने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही 14 जुलाई से श्रावणी मेले की शुरुआत हो रही है. 

मेट्रो TRAIN कार्ड की तर्ज पर होंगे बाबा के दर्शन

गुड न्यूज ये है कि अब बाबा बैद्यनाथ धाम में मेट्रो TRAIN कार्ड की तर्ज पर दर्शन की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिए स्मार्ट कार्ड की सुविधा है ताकि बाबा बैद्यनाथ के दर्शन सुलभ हों सकें और हर किसी की मनोकामना पूरी हो. 

श्रावणी मेले को लेकर तैयारियां जारी हैं

शीघ्र दर्शनम स्मार्ट कार्ड के स्कैन करने के बाद श्रद्धालु सीधे बाबा बैद्यनाथ के दर्शन कर पाएंगे. 2 साल बाद लगने वाले मेले को लेकर तैयारी दुरुस्त की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और हर कोई बाबा का जलाभिषेक और ध्य़ान कर सके.

सावन के महीने में महंगा हो जाएगा टिकट

शीघ्र दर्शनम के लिए पहले से दो काउंटर बने थे, लेकिन इस साल श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 8 नए काउंटर बनाए गए हैं. आम दिनों में टिकट की कीमत 250 निर्धारित है, लेकिन सावन के महीने में टिकट की कीमत 500 रुपए है.

उपायुक्त सह मंदिर प्रशासक मंजूनाथ भजयंत्री ने बताया कि मंदिर परिसर के बाहर बनाए गए इस हाइटेक काउंटर में प्रवेश करना तभी आसान होगा, जब कार्ड स्कैन होगा. इस साल स्मार्ट कार्ड के बदलाव की योजना है, जिसके तहत शनिवार, रविवार और सोमवार के लिए 100 टिकट की व्यवस्था की जा रही  है. साथ ही इस बात पर विचार किया जा रहा है कि कैसे राजस्व के नुकसान को बचाया जाए.

(देवघर से शैलेंद्र मिश्रा की रिपोर्ट)

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