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Vrindavan Banke Bihari Temple: गोवर्धन पूजा को देखते हुए प्रशासन ने बदली ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन की टाइमिंग...सुरक्षा को लेकर भी किए खास इंतजाम

वृंदावन में गोवर्धन पूजा में होने वाली भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर खुलने के समय में बदलाव किया है. वहीं सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं.

Banke Bihari Mandir (PTI) Banke Bihari Mandir (PTI)
हाइलाइट्स
  • सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम

  • पहले हो गई थी दुर्घटना

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का समय 27 अक्टूबर से बदल जाएगा. अभी मंदिर दर्शन के लिए सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 5:30 बजे से 9:30 बजे तक खुला रहता है. बुधवार को होने वाली गोवर्धन पूजा से पहले मंदिर के आसपास के सुरक्षा इंतजाम को भी तगड़ा किया गया है.

क्या है बदली टाइमिंग?
परिवर्तन के बारे में बोलते हुए मंदिर के प्रबंधक मुनीश शर्मा ने कहा, "अब राजभोग सेवा के लिए मंदिर के कपाट दोपहर 1 बजे बंद हो जाएंगे. सुबह की पाली में, मंदिर सुबह 8.45 बजे खुल जाएगा और दोपहर 1 बजे तक भोग सेवा (दोपहर का भोजन) के लिए खुला रहेगा. वहीं दोपहर में मंदिर देवता के भोग (रात्रिभोज) के लिए ब्रेक के बाद शाम 4.30 बजे से रात 8.30 बजे तक खुलेगा."

सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम
इस बीच सुरक्षा व्यवस्था में भी अहम बदलाव किए गए हैं.  इस पर बात करते हुए मथुरा एसपी (ग्रामीण) त्रिगुण बिसेन ने कहा, "कई लाख तीर्थयात्रियों के पहाड़ी गोवर्धन की परिक्रमा करने की संभावना है. दान घाटी मंदिर में 'दर्शन' के लिए वन-वे सिस्टम का सख्ती से पालन किया जाएगा."रिपोर्टों के अनुसार, प्रमुख मंदिरों और परिक्रमा मार्ग पर पर्याप्त बल तैनात किया गया है, जबकि सभी प्रमुख मंदिरों में पिकपॉकेटिंग, चेन स्नैचिंग और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार से बचने के लिए पुलिस को सादे कपड़ों में भी तैनात किया गया है.

पहले हो गई थी दुर्घटना
इससे पहले महीने में जिला प्रशासन ने दिवाली समारोह से पहले बांके बिहारी मंदिर में भक्तों के लिए व्यवस्था तेज कर दी थी. रोशनी के त्योहार के दौरान होने वाले समारोहों में आमतौर पर शहर में प्रार्थना करने के लिए आने वाली भीड़ को देखा जाता है. जिला प्रशासन ने मंदिर परिसर के पास कारों को सुरक्षित रखने के लिए पार्किंग की जगह और जूतों को जमा करने के लिए फुटवियर क्लेकशन जैसी सुविधाएं भी शुरू की हैं. जन्माष्टमी समारोह के दौरान भीड़ के कारण, अगस्त में मंदिर में भगदड़ में दम घुटने से दो भक्तों की मौत हो गई थी और सात अन्य घायल हो गए थे.