देव दीपावली यानी देवताओं की दिवाली. कार्तिक मास की पूर्णिमा को वाराणसी में देव दीपावली मनाने की परंपरा है. न केवल देश, बल्कि पूरी दुनिया से आस्थावान लोग इस अलौकिक पल के गवाह बनने आते है. काशी के सभी गंगा घाट लाखों दियों से जगमग हो उठते हैं. इसके अलावा लेजर शो से लेकर विशेष आतिशबाजी भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है.
इस बार देव दीपावली पर कुल 17 लाख दिए गंगा घाटों पर जलाने की तैयारी है. इसके अलावा देव दीपावली के पहले गंगा महोत्सव का भी आयोजन 12-14 नवंबर तक अस्सी घाट पर होने वाला है. जिसमें देश भर से ख्याति प्राप्त कलाकार आकर अपने हुनर को बिखेंरेंगे.
आतिशबाजी और प्रोजेक्शन मैपिंग लेजर शो भी होगा
देव दीपावली के बारे में वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि पिछली बार की तरह ही इस बार 17 लाख दिए देव दीपावली पर जलाए जाएंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी 12 से 14 नवंबर तक नमो घाट और अस्सी घाट पर आयोजित किया जाएगा. राजघाट पर होने वाला गंगा मोहत्सव अस्सी घाट पर इस वर्ष होगा.
15 नवंबर देव दीपावली वाले दिन नमो घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, आतिशबाजी और प्रोजेक्शन मैपिंग लेजर शो भी होगा. फिलहाल किसी भी VIP के आने की बात से जिलाधिकारी के आने से इंकार किया है. उन्होंने बताया कि नमो घाट के अलावा देव दीपावली वाले दिन लेजर शो और प्रोजेक्शन मैपिंग भी चेत सिंह घाट पर होगा.
उन्होंने बताया कि भीड़ को देखते हुए रूट डाइवर्जन को भी पुलिस के साथ बैठक करके तय कर लिया गया है. भीड़ को देखते हुए लेजर शो भी समय से पहले शुरू कर दिया जाएगा.
देवदीपावली यानी 15 नवम्बर 2024 के प्रमुख आयोजन