
महा शिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है जो भगवान शिव को समर्पित है. भगवान शिव को हिंदू धर्म के सर्वोच्च देवताओं में से एक माना जाता है. यह त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है.
महाशिवरात्रि के दिन कई भक्त उपवास रखते हैं और रात भर जागरण करते हैं. भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए उनके नाम का निरंतर जाप करते हैं. उत्तर भारत में, महा शिवरात्रि फाल्गुन माह में मनाई जाती है, जबकि दक्षिण भारत में यह माघ माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है.
कब है महाशिवरात्रि
यह त्योहार आम तौर पर हर साल फरवरी या मार्च में होता है. साल 2025 में, यह बुधवार, 26 फरवरी को निशिता काल पूजा, या आधी रात की पूजा के साथ मनाया जाएगा. महाशिवरात्रि तिथि 26 फरवरी को 12:09 पूर्वाह्न से 27 फरवरी को 12:59 पूर्वाह्न तक निर्धारित है.
क्या है इस दिन के पीछे की मान्यता
बहुत से लोग मानते हैं कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था और भोलेनाथ ने वैराग्य से दांपत्य जीवन में प्रवेश किया था. लेकिन ऐसा नहीं है. बताया जाता है कि महाशिवरात्रि मनाने के पीछे का कारण भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह नहीं है बल्कि मान्यता है कि भोलेनाथ इसी दिन पहली बार लिंग रूप में प्रकट हुए थे.
वहीं, कुछ अन्य विद्वानों का यह भी मानना है कि शिवलिंग में शिव और पार्वती दोनों समाहित हैं. महाशिवरात्रि के दिन दोनों ही एक साथ पहली बार इस स्वरूप में प्रकट हुए थे. इस कारण महाशिवरात्रि को शिव-पार्वती विवाह की तिथि के रूप में भी मनाया जाता है.