उज्जैन में बैकुंठ चतुर्दशी बड़े ही उल्लास और आस्था के साथ मनाई गई. इस दौरान हुई हरि-हर मिलन परंपरा को करीब से देखने के लिए श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी. बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर रात में बाबा महाकाल की सवारी के दौरान उज्जैन का नज़ारा देखते ही बना. बीते चार महीने से सृष्टि का कार्यभार संभाल रहे बाबा महाकाल ने सृष्टि का कार्यभार वापस भगवान विष्णु को सौंप दिया है. 25 नवंबर को महाकाल की नगरी में बैकुंठ चतुर्दशी के पावन मौके पर सृष्टि की सत्ता सौंपने की अनूठी रस्म अदा की गई.
Lord Baba Mahakal's ride was taken out in Ujjain last Saturday night at around 11 pm. Which reached Gopal temple. Earlier, the road leading from Mahakal Temple to Gopal Temple echoed with the slogans of Lord Mahakal and Dwarkadhish.