हर साल अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को रावण के पुतले का दहन किया जाता है. धू-धू कर जलता दशानन का पुतला एक प्रतीक बन जाता है. लंका के बारे में मान्यता है कि पहले धन-दौलत के देवता कुबेर यहां वास करते थे. रावण ने अपने छल बल से कुबेर को यहां से हटा दिया, उनका पुष्पक विमान भी हथिया लिया. ताकत मिलते ही रावण अपने पथ से और भी भ्रष्ट होता गया.
The festival of Dussehra marks the victory of good over evil. Watch this video to know more about the story.