ठंड बढ़ी रही तो बाबा विश्वनाथ को भी गर्म वस्त्र से लेकर गर्म भोजन का भोग लगाया जा रहा है. इस कड़ी में जब बाबा की श्रृंगार आरती हुई तो बाबा को रजाई अर्पित की गई...ये एक परंपरा है जब पारंपरिक रूप से हर साल बदलते मौसम के हिसाब से बाबा विश्वनाथ का श्रृंगार किया जाता है.