शिव शंकर ब्रह्मांड के कण कण में समाए हैं. दुनिया की कोई भी शक्ति हो- दैहिक , दैविक या भौतिक , शिव के त्रिशूल के आगे नहीं टिक सकती. शिव का त्रिशूल हर व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार दंड देता है. घर में सुख समृद्धि के लिए, मुख्य द्वार के ऊपर बीचों बीच त्रिशूल लगायें या बनायें. त्रिशूल आकृति तभी धारण करें , जब आप का मन, वचन और कर्म पर पूर्ण नियंत्रण हो.
In this video of Prarthna Ho Swikaar, we explain the mystery of Trishul and Tripund of Lord Shiva.