संकष्टी चतुर्थी का व्रत सभी संकटों को दूर करने वाला माना जाता है. इस व्रत से न केवल आर्थिक लाभ मिलता है, बल्कि संतान प्राप्ति भी होती है. गणेश जी की आराधना से बुद्धि का वरदान मिलता है. इस व्रत में सूर्योदय से पहले स्नान कर, पूरे दिन उपवास रखना चाहिए. शाम को चंद्रोदय के बाद गणेश जी और दुर्गा माता की पूजा करनी चाहिए. गणेश जी को मोदक और चंद्रमा को जल अर्पण करना चाहिए. इस पूजा से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.