मां सरस्वती की महिमा का बखान तीनों लोकों में होता है. ब्रह्मा ने सृष्टि में जान फूंकने के लिए ही तो की थी मां सरस्वती की रचना. सरस्वती अपने हाथों में वीणा लेकर प्रकट हुईं थीं इसलिए उन्हें वीणावादिनी कहा गया सृष्टि में जो मधुर ध्वनि गूंजती है वो मां वीणावादिनी की वीणा की झंकार ही तो है.
The glory of Maa Saraswati is told in all the three worlds. Brahma had created Mother Saraswati only to breathe life into the universe. Saraswati appeared with a Veena in her hands, hence she was called Veenavadini, the melodious sound that resonates in the universe is just the tinkling of Maa Veenavadini's Veena.