करवा चौथ एक पावन त्योहार है और पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने का भी काम करता है. इस दिन स्नान आदि के बाद करवा चौथ व्रत एवं चौथ माता की पूजा का संकल्प करते हैं. फिर अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखा जाता है. पूजा के लिए 16 श्रृंगार करते हैं, फिर पूजा के मुहूर्त में चौथ माता या मां गौरी और गणेश जी की विधि विधान से पूजा करते हैं. पूजा के समय उनको गंगाजल, नैवेद्य, धूप-दीप, रोली, फूल, पंचामृत आदि अर्पित करते हैं.
In this video of Prarthna Ho Swikaar, we explain the significance and vrat vidhi for Karwa Chauth.