भारतीय संस्कृति में स्वास्तिक को मंगल प्रतीक माना जाता है. इसीलिए किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उसकी पूजा की जाती है. वैदिक ऋषियों ने स्वस्तिक के रहस्य को विस्तार से उजागर किया है. स्वस्तिक का प्रत्येक धर्म और संस्कृति में अलग-अलग रूप में इस्तेमाल किया जाता है. स्वास्तिक का धार्मिक महत्व तो है ही इसका वैज्ञानिक महत्व भी है.
Swastik is considered auspicious symbol in Indian culture. That's why before doing any auspicious work, it is worshiped by making a symbol of Swastik. Vedic sages have explained the secret of Swastik in detail.