महाबली हनुमान ने परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, हमेशा सत्य का साथ निभाया. हनुमान जी ने सत्य को हर हाल में स्वीकारने का साहस दिखाया, हमेशा प्रिय सत्य बोला, लेकिन कोई अप्रिय सत्य नहीं. हर दम सत्य बोलना आसान नहीं, लेकिन महाबली ने कभी भी सत्य का साथ नहीं छोड़ा. उनकी उपासना से सत्यवान् बने रहने का वरदान पाया जा सकता है और कोई भी भय भक्त को भयभीत नहीं कर सकता.