गुजरात के नर्मदा जिले में होली का एक अनोखा रंग देखने को मिल रहा है. मथुरा की तरह यहाँ भी होली से 40 दिन पहले उत्साह का दौर शुरू हो जाता है. श्रीनाथजी हवेली मंदिर में वैष्णव समाज की महिलाएं कृष्ण भक्ति में डूबकर रसिया गीत गाती हैं. फूलों से होली खेली जाती है और 41 वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है. 40 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का समापन डोलो उत्सव के रूप में होता है.