कहते हैं कि उत्पन्ना एकादशी के व्रत से माता एकादशी और भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. कथा है कि एकादशी की उत्पत्ति मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष के 11वें दिन हुई थी. इसलिए इसका नाम उत्पन्ना एकादशी पड़ा था. आमतौर पर जब किसी को एकादशी व्रत रखना होता है, तो वो किसी भी शुक्ल पक्ष की एकादशी से इस व्रत की शुरुआत कर देते हैं लेकिन वास्तव में एकादशी व्रत की शुरुआत उत्पन्ना एकादशी से करनी चाहिए.
In this video of Prarthna Ho Swikaar, we suggest some measures for Utpanna Ekadashi and much more about it.