विज्ञान कहा है कि सूर्य की उर्जा से ही ये संपूर्ण ब्रह्मांड संचालित होता है. पृश्वी पर जीवन इसलिए ही संभव है क्योंकि सूर्य की किरणें ही पौधे में शक्ति देती है और जीवन की गति चल पड़ती है. वेदों ने भी इसलिए सूर्य को शक्ति का देव मानकर उनकी पूजा की है. पंचांग भी अलग-अलग तिथियों पर सूर्य का विधान बताता है. इस मंदिर में सूर्यदेव अपनी पत्नी के साथ विराजमान हैं. जानिए इसके बारे में...