नासा का 38 साल पुराना ERBS यानी अर्थ रेडिएशन बजट सैटेलाइट धरती से टकराने वाला है. शुक्रवार को नासा ने इस बात की जानकारी दी है. हालांकि अच्छी खबर ये है कि इसका मलबा किसी पर भी गिरने की आशंकाएं काफी कम है. 2450 किलो की इस सैटेलाइट का ज्यादातर हिस्सा पृथ्वी के वातावरण में एंट्री करने से पहले ही खत्म हो चुका होगा. हालांकि सेटेलाइट के कुछ टुकड़े धरती पर गिरने की संभावना है.
ERBS सैटेलाइट को अमेरिका की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री सैला राइड ने स्पेस शटल चैलेंजर की रोबोटिक आर्म से ऑर्बिट में रिलीज किया था. बता दें कि ये पहला ऐसा मिशन था, जिसमें किसी अमेरिकी महिला एस्ट्रोनॉट कैथरीन सुलिवन ने स्पेसवॉक की थी. पहली बार इसी मिशन में दो महिला एस्ट्रोनॉट एक साथ अंतरिक्ष में गई थी.
कई महाद्वीपों के पास से गुजरने की संभावना
अमेरिका के डिफेंस विभाग के मुताबिक ये सैटेलाइट आज रात तक धरती से टकरा सकता है. वहीं कैलिफोर्निया की एयरोस्पेस कंपनी के मुताबिक ये सोमवार सुबह तक पृथ्वी से टकराएगा. नासा की ये सैटेलाइट कई महाद्वीपों से होते हुए गुजरेगी. पहले अफ्रीका, एशिया, मिडिल ईस्ट और फिर नॉर्थ और साउथ अमेरिका से भी इसके गुजरने की आशंका है.
1984 में लॉन्च की गई थी सैटेलाइट
38 साल पुरानी इस ERBS सैटेलाइट को साल 1984 में लॉन्च किया गया था. इसे स्पेस शटल चैलेंजर से केवल 2 साल के लिए ही अर्थ रेडिएशन की जानकारी देने के लिए लॉन्च किया गया था. इस सैटेलाइट के जरिए ये मापने की कोशिश की गई थी कि पृथ्वी के वातावरण में सूरज की कितनी एनर्जी आती हैं और इसके मुकाबले पृथ्वी के वातावरण से टकराकर कितनी वापस हो जाती है. सैटेलाइट ने 2 साल की बजाए 2005 तक काम किया.