मेडिकल साइंस काफी तेजी से तरक्की कर रहा है और कई बार ये कई ऐसी चीजें कर देता हैं जिनके बारे आज से कुछ समय पहला सोचना भी नामुमकिन था. गर्ट-जान ओस्कम (Gert-Jan Oskam) 2011 में चीन में रह रहे थे जब वह एक मोटरसाइकिल दुर्घटना का शिकार हो गए. इस दुर्घटना की वजह से उन्हें कूल्हों से नीचे लकवा मार जाता है. लेकिन साइंस के चमत्कार से और उपकरणों के संयोजन से वैज्ञानिकों ने उन्हें फिर से अपने निचले शरीर पर नियंत्रण वापस दिया है.
क्या हुआ सुधार
ओस्कम ने मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "12 साल से मैं अपने पैर वापस पाने की कोशिश कर रहा हूं. अब मैंने सामान्य, स्वाभाविक चलना सीख लिया है." जर्नल नेचर में बुधवार को प्रकाशित एक अध्ययन में, स्विट्जरलैंड के शोधकर्ताओं ने उन प्रत्यारोपणों का वर्णन किया जो ओस्कम के मस्तिष्क और उसकी रीढ़ की हड्डी के बीच "डिजिटल ब्रिज" प्रदान करते थे. इस खोज की मदद से 40 वर्षीय ओस्कम को केवल एक वॉकर की सहायता से खड़े होने, चलने और खड़ी रैंप पर चढ़ने की हिम्मत मिली. इम्प्लांट डालने के एक साल से अधिक समय बाद, उन्होंने इन क्षमताओं को बरकरार रखा है और वास्तव में न्यूरोलॉजिकल रिकवरी के लक्षण दिखाए हैं. इम्प्लांट के बंद होने के बाद भी वो बैसाखी के सहारे चलते थे.
वैज्ञानिकों ने ऐसे समझा एंटरफेस
स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, लुसाने में रीढ़ की हड्डी के विशेषज्ञ ग्रेगोइरे कोर्टाइन, जिन्होंने अनुसंधान का नेतृत्व करने में मदद की ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "हमने गर्ट-जन के विचारों पर कब्जा कर लिया है और वो खुद से दोबारा चल सके इसके लिए रीढ़ की हड्डी को थोड़ा एक्टिव करने पर जोर दिया है." साल 2018 में, कोर्टाइन के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के एक अलग समूह ने इलेक्ट्रिकल-पल्स जनरेटर के साथ मस्तिष्क को उत्तेजित करने का एक तरीका तैयार किया, जिससे आंशिक रूप से लकवाग्रस्त लोगों को फिर से चलने और साइकिल चलाने की अनुमति मिली. पिछले साल, अधिक उन्नत मस्तिष्क उत्तेजना प्रक्रियाओं ने लकवाग्रस्त व्यक्तियों को उपचार के एक दिन के भीतर तैरने, चलने और साइकिल चलाने की अनुमति दी.
फिर से बॉडी पर मिला कंट्रोल
ओस्कम पिछले वर्षों में स्टीमुलेशन प्रक्रिया से गुजरा था और यहां तक कि उसने चलने की कुछ क्षमता भी हासिल कर ली थी. लेकिन आखिरकार, उसका सुधार स्थिर हो गया. प्रेस ब्रीफिंग में, ओस्कम ने कहा कि इन उत्तेजना तकनीकों ने उन्हें यह महसूस कराया कि गति के बारे में कुछ अलग था. नए इंटरफेस ने इसे बदल दिया. उन्होंने कहा, "पहले उत्तेजना मुझे नियंत्रित कर रही थी, और अब मैं उत्तेजना को नियंत्रित कर रहा हूं." नए अध्ययन में, ब्रेन-स्पाइन इंटरफ़ेस जैसा कि शोधकर्ताओं ने कहा ने ओस्कम के इरादों को पढ़ने के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विचार डिकोडर का लाभ उठाया. इससे उसके मस्तिष्क में विद्युत संकेतों के रूप में पता लगाया जा सकता था.