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अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने की दो नए तारों की खोज, कार्बन और ऑक्सीजन की लेयर से ढके हैं दोनों तारे

वैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरे तारों की तुलना में ये दोनों तारे काफी गर्म हैं. दोनों तारों के बारे में यह बात कही जा रही है कि ये कार्बन और ऑक्सीजन की लेयर से ढके हुए हैं. अभी तक तारों को लेकर जो रिसर्च और स्टडी हुई है उसके मुताबिक तारे हाइड्रोजन और हीलियम से बनते हैं.

फोटोः निकोल रीन्डेल फोटोः निकोल रीन्डेल
हाइलाइट्स
  • दूसरे तारों की तुलना में काफी गर्म हैं दोनों तारे

  • दोनों तारों को लेकर स्टडी कर रहे वैज्ञानिक

अंतरिक्ष विज्ञान(Space Science) रहस्यों से भरा है. इसको लेकर वैज्ञानिक(Scientist) हर दिन रिसर्च कर रहे हैं और कुछ नया खोजने का प्रयास कर रहे है. अंतरिक्ष एक ऐसी दुनिया है जिसके बारे में दशकों से स्टडी की जा रही है. काफी कुछ पता चला लेकिन न जाने अभी कितनी ऐसी चीजें है जिसके बारे में पता चलना बाकी है. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अब दो नए तारों के बारे में पता लगाया है जो आकाशगंगा(galaxy) में देखे गए हैं.

कार्बन और ऑक्सीजन की लेयर से ढके हैं दोनों तारे
वैज्ञानिकों का कहना है कि दूसरे तारों की तुलना में ये दोनों तारे काफी गर्म हैं. दोनों तारों के बारे में यह बात कही जा रही है कि ये कार्बन और ऑक्सीजन(Carbon and Oxygen) की लेयर से ढके हुए हैं. अभी तक तारों को लेकर जो रिसर्च और स्टडी हुई है उसके मुताबिक तारे हाइड्रोजन और हीलियम से बनते हैं. लेकिन, ये दोनों तारों के बारे में थोड़ी अलग बातें कही जा रही है.

जर्मनी के पॉट्सडैम विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक निकोल रिंडल और उनके सहयोगियों ने एरिजोना में बड़े टेलीस्कोप की मदद से दोनों तारों को खोजा है. दानों तारों का नाम PG1654+322 और PG1528+025 दिया गया है. दोनों तारों के गुण बाकी तारों की तुलना में काफी अलग हैं.

काफी गर्म हैं दोनों तारे
जिन दो तारों की खोज हुई है, वह सूर्य के करीब आधा है और ऐसे तारे आमतौर पर ठंडे होते हैं. लेकिन, ये अपने आकार के अन्य तारों की तुलना में कहीं ज्यादा गर्म हैं. दूसरी बात ये कि इस तरह के आकार के तारे आमतौर पर पूरी तरह से हीलियम से बने होते हैं और उनमें भारी तत्वों के छोटे निशान होते हैं. लेकिन इन दोनों तारों की संरचना में करीब 20 प्रतिशत कार्बन और 20 प्रतिशत ऑक्सीजन है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह तारे दूसरे तारों से काफी अलग है और ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया है. ऐसे दूसरे तारे भी हैं जिनका तापमान काफी ज्यादा है लेकिन उनकी सतह की संरचना अलग होती है.