क्या आप पृथ्वी के सिवाए किसी और ग्रह पर रहने का सोच सकते हैं. और अगर हम कहें कि ये ग्रह पृथ्वी से भी अच्छा है तो? जी हां, अंतरिक्ष में पृथ्वी से भी अच्छा ग्रह मिला है. एक रिसर्च के मुताबिक, ये ग्रह हमारे सौर मंडल के बाहर का है. जिसे "सुपर-अर्थ" कहा जा रहा है. ये ग्रह हाइड्रोजन और हीलियम में समृद्ध हैं, जिनकी मदद से ये पृथ्वी से भी ज्यादा अच्छा माना जा रहा है.
पानी के लिए ग्रह अनुकूल है
इस अध्ययन में बताया गया है कि ‘सुपर अर्थ’ पर पानी अरबों साल तक मौजूद रह सकता है. पानी के लिए वो ग्रह 'जीवन के लिए अनुकूल' हैं. कहा जा रहा है कि इस ग्रह पर 8 अरब वर्षों तक रहा जा सकता है और ये ग्रह तबतक उन्हें आवास प्रदान कर सकता है.
क्या होते हैं सुपर अर्थ?
बताते चलें कि खगोलविदों को दो सुपर अर्थ मिले हैं. ये नए बाह्यग्रह (Exoplanet) हैं जिन्हें सुपर अर्थ की श्रेणी का बताया जा रहा है. दरअसल, सुपर अर्थ ग्रह हमारे सौरमंडल से दूर के ग्रह होते हैं. ये पृथ्वी की ही तरह किसी तारे का चक्कर लगाते हैं. हालांकि, ये पृथ्वी से बड़े होते हैं. इनमें जीवन पनपने की संभावना होती है. और यही कारण है कि इन्हें सुपर अर्थ कहा जाता है.
शोधकर्ता के मुताबिक, ये ग्रह हमारे गृह से बहुत हद तक मिलते-जुलते हैं और इसीलिए इनपर जीवन पनपने की संभावना होती है.
ज्यूरिख विश्वविद्यालय के अध्ययन लेखक रवित हेल्ड ने हीलियम और हाइड्रोजन गैस का महत्व बताते हुए कहा कि पृथ्वी ग्रह सबसे पहली बार गैस और धूल से बना था, तब ज्यादातर हाइड्रोजन और हीलियम से युक्त वातावरण ही था. यानि ये किसी भी ग्रह का शुरुआती वातावरण है. इसीलिए कहा जा रहा है कि ये सुपर अर्थ पृथ्वी जैसे ही रहने लायक हो सकते हैं.