चार्ल्स फ्रांसिस रिक्टर को पूरी दुनिया में The Earthquake Man के नाम से जाना जाता है. अप्रैल 26, 1900 को हैमिल्टन में जन्मे रिक्टर अमेरिकी भौतिक विज्ञानी और भूकंपविज्ञानी थे. उन्होंने ही भूकंप परिमाण को मापने के लिए रिक्टर स्केल विकसित किया था. जिस कारण उन्हें अर्थक्वैक मैन कहा जाने लगा.
फिजिक्स के साथ सीस्मोलॉजी के भी थे एक्सपर्ट
ओहायो फार्म में जन्मे रिक्टर 1916 में अपनी मां के साथ लॉस एंजिल्स चले गए. उन्होंने दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (1916-17) में दाखिला लिया और फिर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (ए.बी., 1920) और कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (पीएच.डी.) में भौतिकी का अध्ययन किया. रिक्टर वाशिंगटन, पासाडेना, कैलिफोर्निया (1927-36) के कार्नेगी इंस्टीट्यूशन के सीस्मोलॉजिकल लेबोरेटरी में काम करते थे.
और फिर कैल्टेक (1937-70) में फिजिक्स और सीस्मोलॉजी दोनों पढ़ाते थे और इसके सीस्मोलॉजिकल लेबोरेटरी (1936 में स्थापित) में काम भी करते थे. उन्होंने बेनो गटनबर्ग के साथ मिलकर स्केल डेवलप किया और साल 1935 में पहली बार इसे इस्तेमाल किया गया.
जापान के भुकंपविज्ञानी से थे प्रेरित
रिक्टर को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जापान के सीस्मॉलॉजिस्ट, कीयू वडाती ने प्रेरित किया. उनका कहना था कि धरती के खिसकने को सेस्मिक वेव्स के जरिए क्वांटिटी में मापा जाना चाहिए. ऐसे में, रिक्टर ने प्रोफेसर बेनो गुटेनबर्ग (1889-1960) के साथ मिलकर एक स्केल बनाया जिसे हम रिक्टर स्केल कहते हैं. जमीनी गति की सहायक रिकॉर्डिंग के आधार पर, इसने भूकंप के आकार का एक मात्रात्मक माप प्रदान किया. रिक्टर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में भूकंप-प्रवण क्षेत्रों की भी मैपिंग की. उन्होंने इस पर कई रिसर्च पेपर भी लिखे.