आजकल ज्यादातर लोग डेयरी फ्री प्रोडक्ट्स की ओर भाग रहे हैं. अब इसी कड़ी में एक अलग तरह का Cheese बनाया गया है. इसकी ख़ास बात है कि इसे बनाने में दूध का इस्तेमाल नहीं किया गया है. जी हां, ये बिना गाय या भैंस के दूध वाला चीज़ है.
इसे बनाने वाली कंपनी है DairyX. ये एक इजराइली कंपनी है. DairyX ने जो चीज़ बनाया है वो न तो ओरिजिनल चीज़ से स्वाद में कम है और न ही बनावट में. इससे न केवल वीगन डाइट वाले लोगों को फायदा मिलने वाला है बल्कि लैक्टोज से एलर्जी वाले लोगों के लिए भी ये गुड न्यूज है.
बाजारों में मिलने वाले डेयरी चीज़ में क्या समस्या है?
दरअसल, हर साल चीज़ की मांग बढ़ रही है, लेकिन डेयरी प्रोडक्ट्स से कई हद तक पर्यावरण प्रभावित होता है. डेयरी प्रोडक्शन के लिए बड़ी मात्रा में पानी, जमीन की जरूरत होती है और इससे ग्रीनहाउस गैस एमिशन भी होता है. लेकिन अब जैसे-जैसे दुनिया जलवायु परिवर्तन को लेकर गंभीर हो रही है, डेयरी के ऑप्शन ढूंढने पर काम हो रहा है.
पहले से ही है प्लांट बेस्ड चीज़
हालांकि, पहले से ही प्लांट बेस्ड चीज़ उपलब्ध है, लेकिन ये असली वाली चीज़ से काफी हद तक अलग है. इसमें न तो असली चीज़ जितना स्वाद है और न इसमें इतना खिंचाव है. खासकर जो पिज्जा या ग्रिल्ड चीज़ सैंडविच में स्ट्रेच चाहिए वो इससे नहीं मिल पाता है. ये खिंचाव कैसिन नामक प्रोटीन की वजह से होता है-जो गाय के दूध में पाया जाता है. कई सालों से, वैज्ञानिक इस प्रोटीन को प्लांट बेस्ड प्रोडक्ट्स से बदलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कैसिन बनाना काफी मुश्किल है.
डेयरीएक्स कौन है?
डेयरीएक्स, इजरायल की एक फूड टेक कंपनी है. कंपनी का उद्देश्य गायों के बिना डेयरी प्रोडक्ट्स बनाना है. Cow-free Cheese बनाने से पहले, डेयरीएक्स अलग-अलग डेयरी प्रोडक्ट्स बना चुका है.
इस चीज़ को बनाने के लिए डेयरीएक्स ने प्रिसीजन फर्मेंटेशन मेथड का उपयोग किया है. ये एक टेक्नीक होती है जिसमें स्पेशल प्रोटीन या कंपाउंड बनाने के लिए सूक्ष्मजीवों यानि माइक्रोऑर्गैनिज्म का उपयोग किया जाता है. डेयरीएक्स यीस्ट को कैसिन नाम के प्रोटीन में बदलता है.
प्रिसीजन फर्मेंटेशन का उपयोग करके, यीस्ट गाय के दूध में पाए जाने वाले कैसिन प्रोटीन का प्रोडक्शन कर सकता है. फिर इन प्रोटीनों का उपयोग चीज़ बनाने में किया जा सकता है.
यह तरीका कैसे काम करता है?
आसान शब्दों में समझें तो, डेयरीएक्स यीस्ट लेता है और उसमें मॉडिफिकेशन करता है ताकि वह वही प्रोटीन बना सके जो गाय दूध बनाने में करती है. कंपनी एडवांस तकनीकों का उपयोग करती है, जिसमें मशीन लर्निंग और हाई-थ्रूपुट स्क्रीनिंग शामिल हैं. इन तकनीकों से यीस्ट की उन प्रजातियों की पहचान की जाती है, जो बड़े पैमाने पर कैसिन प्रोडक्शन कर सकती हैं.
एक बार जब यीस्ट को इंजीनियर कर लिया जाता है, तो इसे फरमेंट किया जाता है—जैसे यीस्ट का उपयोग बीयर बनाने के लिए किया जाता है. इस फर्मेंटेशन प्रोसेस के दौरान, यीस्ट कैसिन का प्रोडक्शन करता है, जिसे फिर इकट्ठा और प्योर किया जाता है. कैसिन प्रोटीन फिर माइसेल्स बनाता है.
कैसिन माइसेल्स का उपयोग चीज़ प्रोडक्शन में किया जाता है. ये उसे असली चीज़ जैसा बनाने में मदद करता है.
अब कंपनी को उम्मीद है कि 2027 तक उनका ये Cow-free cheese आम जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगा. यह चीज़ न केवल पारंपरिक डेयरी चीज़ के जैसा स्वाद देगी बल्कि इससे पर्यावरण और जानवरों को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा.