धरती अपनी सामान्य गति से ज्यादा तेजी से घूम रही है. हाल ही में, वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में बताया है कि धरती 24 घंटे से कम में 1.50 मिलीसेकंड की तेजी से घूम रही है. जो औसत से ज्यादा है.
पृथ्वी का 'लीप सेकेंड'
कुछ साल पहले तक वैज्ञानिकों को लगता था कि पृथ्वी का घूमना धीमा हो रहा है. इसको देखते हुए इंटरनेशनल अर्थ रोटेशन एंड रेफरेंस सिस्टम्स सर्विस (IERS) ने धीमी स्पिन के लिए लीप सेकंड जोड़ना शुरू कर दिया था. बता दें कि ऐसा 31 दिसंबर 2016 तक किया गया.
हालांकि, पिछले कुछ सालों में, परमाणु घड़ियों से भी ये पता चला है कि पृथ्वी के घूमने की गति तेज हो रही है. 1960 के बाद 2020 में वैज्ञानिकों ने 28 सबसे छोटे दिन दर्ज किए यानी इन दिनों में पृथ्वी ने ज्यादा स्पीड में चक्कर लगाया. इसके बाद 26 जुलाई, 2022 को 1.50 मिलीसेकंड की रफ्तार से दिन का चक्कर पूरा किया. दोबारा इसी साल 29 जून, 2022 को पृथ्वी ने अपनी अब तक की की सबसे तेज स्पिन पूरी की, बता दें कि सबसे कम घूर्णन का पिछला रिकॉर्ड 19 जुलाई, 2020 का था, जब पृथ्वी के घूमने में 24 घंटे से भी कम समय 1.4602 मिलीसेकंड लगा था.
पृथ्वी तेजी से क्यों घूम रही है?
यह अभी भी एक रहस्य है, लेकिन कुछ सिद्धांतों से हम इसे इस तरह से समझ सकते हैं.
1. ग्लेशियरों के पिघलने से
2. हमारे ग्रह के आंतरिक पिघले हुए कोर की वजह से
3. भूकंप की वजह से