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Earth's Heartbeat and Pulse: हर 2.7 करोड़ साल में धड़कता है धरती का दिल, जानें क्या होता है तब? 

बिजली कड़कने पर पैदा होने वाली खास इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों को 'धरती की धड़कन' कहा जाता है और धरती के अंदर जब हलचल पैदा होती है उसे पल्स कहा जाता है. धरती के अंदर ये गतिविधियां 2.75 करोड़ साल पर होती है. 

Earth's Heartbeat Earth's Heartbeat
हाइलाइट्स
  • 2.7 करोड़ साल में होता है एक बार 

  • दशकों से कर रहे हैं जांच

धरती पर समय-समय पर अलग अलग बदलाव हुए हैं. डायनासोर का घूमना, महाद्वीपों का अलग होना, लेकिन इंसानों के प्रभाव ने इस ग्रह को नया आकार दिया है. जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे इन बदलावों के बारे में वैज्ञानिक पता लगाते रहे. अब इसी कड़ी में वैज्ञानकों ने धरती की धड़कन और पल्स का पता लगाया है. जी हां, दरअसल, बिजली कड़कने पर पैदा होने वाली खास इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगों को 'धरती की धड़कन' कहा जाता है और धरती के अंदर जब हलचल पैदा होती है उसे पल्स कहा जाता है. धरती के अंदर ये गतिविधियां 2.75 करोड़ साल पर होती है. 

क्या धरती के अंदर हमेशा होती रहती हैं ऐसी घटनाएं?
 
रिपोर्ट्स के मुताबिक, धरती के अंदर ये गतिविधियां अपने तय समय पर होती हैं. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोलॉजी के जियोलॉजिस्ट और प्रोफेसर माइकल रैम्पीनो ने इसे लेकर बताया है. उनका कहना है किइसके पीछे एक साइकिल है. दरअसल, कई जियॉलजिस्ट्स को लगता है कि धरती के अंदर ये गतिविधियां कभी भी हो जाती हैं लेकिन ऐसा नहीं है. स्टडी में जो आंकड़ें आए हैं उनमें एक साइकिल की पहचान की गई है. इस साइकिल का लिंक इन घटनाओं से है. 

2.7 करोड़ साल में होता है एक बार 

इस पल्स से क्लस्टर भूवैज्ञानिक घटनाओं के साथ अलग-अलग ज्वालामुखीय गतिविधियां, प्लेट का दोबारा बनना, समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी होना आदि जैसी विनाशकारी घटनाएं होती हैं. अपनी अव्यवस्थित गति के बावजूद, उतार-चढ़ाव की ये साइकिल 2.7 करोड़ साल बाद होती है. हालांकि, इसे लेकर घबराने की बात नहीं है. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि अगली 'पल्स' से पहले हमारे पास 2 करोड़ साल का समय है.

दशकों से कर रहे हैं जांच

भूविज्ञानी लंबे समय से भूवैज्ञानिक घटनाओं में एक संभावित साइकिल की तलाश कर रहे हैं. साल 1920 और 1930 के दशक में, 3 करोड़ साल की साइकिल के बारे में बताया गया है. 1980 और 90 के दशक में बाद के शोध में 2.6 करोड़ से 3 करोड़ साल के बीच पल्स के इस अंतराल का अनुमान लगाया गया था. लेकिन अब सभी तरह की स्टडी करने के बाद वैज्ञानिकों ने ये पाया है कि इस पल्स की साइकिल 2.7 करोड़ साल है.