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Space Solar Farms: अंतरिक्ष से धरती पर मिलेगी बिजली, स्पेस में बड़े सोलर फार्म बनाने की योजना पर हो रहा है काम

Space Solar Farms: ये प्लान स्पेस एनर्जी इनिशिएटिव के दिमाग की उपज है. जिसका नाम कैसिओपिया है. हालांकि, सबसे बड़ी चुनौती सैटेलाइट के लिए जरूरी चीजें अंतरिक्ष में लॉन्च करना है.

Space Solar Farms Space Solar Farms
हाइलाइट्स
  • स्पेस में है सोलर पावर की अनंत संभावनाएं

  • काफी मात्रा में हो सकती है बिजली पैदा 

विज्ञान तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है. आए दिन नए-नए इनोवेशन हो रहे है. अब इसी कड़ी में अंतरिक्ष से धरती पर बिजली का इंतजाम किया जा रहा है. स्पेस में बड़े सोलर फार्म बनाने की योजना पर काम हो रहा है. इसके लिए अंतरिक्ष से सोलर एनर्जी प्राप्त करने के लिए माइक्रोवेव का उपयोग करके पृथ्वी पर वापस भेजने की बात हो रही है. इस योजना को 2035 तक लॉन्च करने का अनुमान लगाया जा रहा है. ये प्लान स्पेस एनर्जी इनिशिएटिव (SEI) के दिमाग की उपज है. जिसका नाम कैसिओपिया (Cassiopeia) है. 

स्पेस में है सोलर पावर की अनंत संभावनाएं

SEI के को-चेयरमैन मार्टिन सोल्टौ का मानना ​​है कि अंतरिक्ष से सोलर एनर्जी का उपयोग दुनिया को बिजली की आपूर्ति करने में क्रांति ला सकता है. उन्होंने इस बात पर जोर डाला कि जियोस्टेशनरी अर्थ ऑर्बिट के चारों ओर एक स्ट्रिप 2050 में इंसांन द्वारा उपयोग की जाने वाली बिजली से 100 गुना से ज्यादा ऊर्जा प्राप्त करती है. अंतरिक्ष में सौर क्षमता काफी ज्यादा है. 

काफी मात्रा में हो सकती है बिजली पैदा 

दरअसल, ब्रिटिश अंतरिक्ष यात्री टिम पीक अंतरिक्ष में सौर फार्मों के विचार पर समर्थन कर रहे हैं. वे सोलर पावर पकड़ने और इसे माइक्रोवेव के रूप में ग्राउंड स्टेशनों तक पहुंचाने के लिए सैटेलाइट का उपयोग कर रहे हैं. पृथ्वी से लगभग 36,000 किमी (22,700 मील) ऊपर जियोस्टेशनरी ऑर्बिट कक्षा में एक सैटेलाइट लगभग पूरे दिन, हर दिन, चाहे कोई भी मौसम हो, सौर ऊर्जा पैदा कर सकता है. साथ ही पृथ्वी की सतह की तुलना में तेजी से सूर्य से आने वाली रोशनी को  इकट्ठा कर सकती है. 

इस मिशन के लिए नीचे गिराए गए माइक्रोवेव बादलों से हटकर रहेंगे. हालांकि रास्ते में आने वाली किसी भी चीज को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए किरण को प्रतिबंधित करने की जरूरत होगी. बड़े रिसीवरों द्वारा इकठ्ठा किए जाने से पहले माइक्रोवेव को बिजली में बदल देंगे. 

मिशन में हैं कई चुनौती 

हालांकि, ये आपको किसी स्टार ट्रेक एपिसोड जैसा लग सकता है. लेकिन जून में कैल्टेक द्वारा डिजाइन किए गए एक प्रोटोटाइप ने पृथ्वी पर थोड़ी मात्रा में बिजली सफलतापूर्वक भेजी है. 

लेकिन ये इतना भी आसान नहीं है. सबसे बड़ी चुनौती सैटेलाइट के लिए जरूरी सामग्री को अंतरिक्ष में लॉन्च करना है. साथ-साथ सैटेलाइट की सर्विस और उसकी लाइफ को बढ़ाने के लिए फ्यूल भरना आदि है. 

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