अरबपति एलन मस्क आए दिन नई और अलग चीजें लॉन्च करते रहते हैं. अब इसी कड़ी में उनकी स्पेसएक्स ने छह सैटेलाइट लॉन्च की हैं, जो स्पेस से फोन सिग्नल सीधे फोन पर भेज सकते हैं. इसका मतलब है कि हार्डवेयर या फर्मवेयर को बदले बिना जमीन, झीलों या गहरे से गहरे पानी में कहीं भी टेक्स्टिंग, कॉलिंग और ब्राउजिंग की सुविधा मिल सकेगी.
स्पेस में एक सेल फोन टावर
लॉन्च की गई स्टारलिंक सैटेलाइट में एडवांस eNodeB मॉडेम हैं, जो LTE कनेक्टिविटी प्रदान करती है. साथ ही बेस स्टेशन के रूप में काम करती हैं, जो मोबाइल डिवाइस के साथ इंटरफेस को संभालते हैं.
LTE या लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन, जिसे कभी-कभी 4जी भी कहा जाता है, मोबाइल डिवाइस और डेटा टर्मिनलों के लिए वायरलेस ब्रॉडबैंड कम्युनिकेशन के लिए एक मानक है. इसका उपयोग फोन कर्रिएर्स द्वारा यूजर्स के फोन पर वायरलेस डेटा पहुंचाने के लिए किया जाता है.
दूरदराज के क्षेत्रों में नेटवर्क
वहीं, मॉडेम जो होते हैं वो एक बेस स्टेशन के रूप में काम करते हैं. मोबाइल डिवाइस के साथ इंटरफेस को संभालते हैं और सीधे अनमॉडिफाइड सेल फोन पर सिग्नल भेजते हैं.
बता दें, स्टारलिंक ने अपने स्पेस-बेस्ड नेटवर्क की टेस्टिंग के लिएअमेरिका में टी-मोबाइल के साथ सहयोग किया है. स्टारलिंक का लक्ष्य दूरदराज के क्षेत्रों में हो रही नेटवर्क की कमियों को दूर करना है जहां पारंपरिक सेल टावर नहीं हैं या सिग्नल कमजोर हैं.
नेटवर्क प्रोवाइडर्स के साथ मिलकर काम
स्टरलिंक का उद्देश्य पहले से मौजूद नेटवर्क प्रोवाइडर्स के साथ किसी तरह की प्रतिस्पर्धा करना नहीं है. बल्कि उनकी योजना उनके साथ काम करने की है. कंपनी का लक्ष्य प्रोवाइडर्स को उन दूरदराज के क्षेत्रों तक अपनी सेवाएं पहुंचाने में सहायता करना है जहां कनेक्टिविटी चुनौतियां बनी रहती हैं.
अभी स्पीड है धीमी
इसका एक बड़ा कारण यह है कि लोकल नेटवर्क की तुलना में एलन मस्क के इस नेटवर्क की स्पीड थोड़ी कम है. एलन मस्क के ट्वीट के अनुसार, नेटवर्क केवल 7mbps प्रति बीम देता है, जो मानक सेल फोन नेटवर्क की तुलना में बहुत धीमा है. उदाहरण के लिए - Ookla के स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स के अनुसार, भारतीय नेटवर्क पर औसतन 94.62Mbps की मोबाइल डेटा स्पीड है.
हालांकि यह दूरदराज के क्षेत्रों के लिए बहुत अच्छा है जहां नेटवर्क सिग्नल मिलना मुश्किल है. यह मौजूदा नेटवर्क प्रोवाइडर्स के साथ अभी प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता है.
इसे शुरू करने की बात करें, तो स्टारलिंक के डायरेक्ट टू सेल वेबसाइट के अनुसार, कंपनी की योजना 2024 में सैटेलाइट पर एसएमएस टेक्स्ट सेवाएं शुरू करने की है, इसके बाद अगले साल में वॉयस और डेटा सेवाएं शुरू करने की योजना है.