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Space Tourism: गोवा-मसूरी की तरह ही आम होगी अंतरिक्ष की सैर, स्पेस टूरिज्म को आसान बनाने में जुटीं कंपनियां

अंतरिक्ष में लोगों की दिलचस्पी को देखते हुए दुनिया की तमाम कंपनियां स्पेस टूरिज्म को आसान बनाने में जुटीं हैं. आने वाले वक्त में रोजाना एक स्पेस क्राफ्ट अंतरिक्ष की उड़ान भरेगा.

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हाइलाइट्स
  • जल्द हर साल 400 से ज्यादा फ्लाइट्स अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगी

  • 800 से ज्यादा लोग बुक करा चुके टिकट

अंतरिक्ष की सैर अब सिर्फ सपनों तक ही सीमित नहीं रही अब ये हकीकत हो चुकी है. और तो और आने वाले समय में अंतरिक्ष की सैर उतनी ही आम हो जाएगी जैसे इस समय आप गोवा या मसूरी की सैर पर जाते हैं. अंतरिक्ष में लोगों की दिलचस्पी को देखते हुए दुनिया की तमाम कंपनियां स्पेस टूरिज्म को आसान बनाने में जुटीं हैं. आने वाले वक्त में रोजाना एक स्पेस क्राफ्ट अंतरिक्ष की उड़ान भरेगा.  

साल में 400 से ज्यादा अंतरिक्ष उड़ानें  
अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझाने में सदियों से इंसान की दिलचस्पी रही है. सैकड़ों बरस पहले ग्रहों और तारों की चाल की गणना से विज्ञान और ज्योतिष के तमाम रहस्यों से पर्दा उठाया गया.  बड़े-बड़े टेलिस्कोप से ग्रहों की बारीकी को परखने की कोशिशें की गईं, लेकिन बरसों तक अंतरिक्ष को करीब से देखने की खुशनसीबी सिर्फ चंद लोगों तक ही सीमित रही. अब विज्ञान और आधुनिक तकनीक ने आम जनता को अंतरिक्ष के करीब पहुंचाने का रास्ता ढूंढ लिया है. धरती की जन्नत निहारने के बाद अब इंसान अंतरिक्ष की खूबसूरती को देखने निकल पड़ा है. वो दिन दूर नहीं जब हर साल 400 से ज्यादा फ्लाइट्स धरती से अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगी. 

800 से ज्यादा लोगों ने बुक कराए टिकट 
अंतरिक्ष की सैर अब सिर्फ एस्ट्रोनॉट्स और विज्ञान के परीक्षण तक सीमित नहीं रही. अब नया दौर स्पेस टूरिज्म का है. इस टूरिज्म की शुरुआत पिछले साल ही हो चुकी है और कई लोग अंतरिक्ष की सैर करके लौट भी आए हैं. खास बात ये है कि आने वाले दिनों में स्पेस टूरिज्म और आसान होने जा रहा है. दुनियाभर में करीब 800 से ज्यादा लोग अंतरिक्ष की फ्यूचर ट्रिप के टिकट बुक करा चुके हैं. इस यादगार सफर के लिए इन लोगों की ट्रेनिंग भी जारी है और ये लोग अंतरिक्ष की सैर के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं.  

कंपनियां जों कराएंगी अंतरिक्ष की सैर 
अंतरिक्ष में पर्यटन के दरवाजे खोलने में दुनिया की तीन स्पेस कंपनियों ने अहम रोल निभाया है.  इनमें पहली कंपनी रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गेलेक्टिक दूसरी कंपनी जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन है और तीसरी कंपनी एलन मस्क की स्पेस एक्स है. लेकिन अब स्पेस टूरिज्म की बढ़ती डिमांड को देखते हुए दुनिया की तमाम दूसरी कंपनियां भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही हैं. चीन की एक कंपनी भी स्पेस में बड़े प्लान के साथ आगे आई है और बाकी कई दूसरे देशों में भी स्पेस टूरिज्म से जुड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. 
 
आगे की तैयारी 
वर्जिन गैलेक्टिक स्पेस टूरिज्म के लिए दो बड़े एयरक्राफ्ट्स पर काम कर रही है. इन एयरक्राफ्ट्स में अंतरिक्ष के लिए सैकड़ों फ्लाइट्स लॉन्च करने की क्षमता होगी. इससे बड़ी तादात में लोगों को अंतरिक्ष की सैर का मौका मिलेगा. इसमें एक सीट की बुकिंग डेढ़ से दो करोड़ रुपये में होगी. कंपनी ने 2025 तक सालाना 400 फ्लाइट्स का लक्ष्य रखा है.  
 
जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन पिछले महीने तक अंतरिक्ष के पांच सफल ट्रिप पूरी कर चुकी है. स्पेस एक्स आने वाले समय में चार नए ट्रिप की तैयारी में जुटी है. वर्जिन गैलेक्टिक के साथ उड़ान भरने के लिए 800 मुसाफिर पहले ही वेटिंग लिस्ट में हैं.  स्पेस एक्स तो आने वाले वक्त में अंतरिक्ष के साथ चांद और मंगल ग्रह पर भी जाने की तैयारी कर रही है. एलन मस्क ने तो मंगल ग्रह पर इंसानी बस्ती बसाने की योजना भी बनाई है.  

अंतरिक्ष की सैर को आसान, सुरक्षित और सस्ती बनाने पर भी तेजी से काम चल हा है. अभी अंतरिक्ष की सैर का टिकट कम से कम डेढ़ करोड़ रुपये में मिल रहा है, लेकिन अब शॉर्ट ट्रिप और रीयूजेबल स्पेसक्राफ्ट की मदद से इस खर्च को कम करने की कोशिश की जा रही है. चीन की कंपनी CAS Space छोटे पैसेंजर ट्रिप के लिए अंतरिक्ष यान तैयार कर रही है.  अगले साल ये कंपनी पहली टेस्ट फ्लाइट अंतरिक्ष में भेजेगी.