
स्पेस में हमेशा कोई ना कोई ऐसी घटना होती है, जिसका असर धरती पर पड़ता है. नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि आज जी3 श्रेणा का एक जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म आने की संभावना है. SpaceWeather.com के मुताबिक 21 अप्रैल को सूर्य के दक्षिण गोलार्ध में एक विस्फोट हुआ. जिससे निकलने वाले कणों की एक समूह धरती की तरफ बढ़ रहा है. नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने एक वीडियो क्लिप जारी की है, जो सूर्य की सतह पर विस्फोट के बाद का है. अमेरिका एयर फोर्स ने टाइप II और टाइप IV सोलर रेडियो के फटने की जानकारी दी.
धरती पर जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म कैसे आता है-
सौर विस्फोट से कोरोनल मास इजेक्शन (CME) निकलता है, जिसकी वजह से धरती पर जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म आता है. चिंता की बात ये है कि ये सीएमई सीधे धरती की तरफ बढ़ रहे हैं. NASA और NOAA के रिसर्च के मुताबिक सीएमई 24 अप्रैल को धरती पर पहुंच सकता है. एनओएए ने अनुमान लगाया है कि इसेस जी1 से जी2 श्रेणी के जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म आ सकते हैं. इतना ही नहीं, एनओएए का ये भी कहना है कि ये जी3 श्रेणी के तूफान में भी बदल सकता है.
स्पेस साइंटिस्ट डॉ. तमिता स्कोव ने ट्वीट करके इसकी पुष्टि की. उन्होंने ट्वीट किया कि एनओएए की भविष्यवाणी से पता चलता है कि आने वाला तूफान 24 फरवरी को धरती से टकराएगा. मध्य अक्षांश पर जी2 श्रेणी का तूफान आसानी से आएगा. रात के समय एचएफ रेडियो और जीपीएस की समस्या आ सकती है.
धरती पर जियोमैग्नेटिक तूफान का असर-
जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म से धरती पर कई तरह की दिक्कतें आ सकती हैं. रेडियो सिग्नल में समस्या आ सकती है. बिजली भी जा सकती है. चलिए आपको बताते हैं कि जियोमैग्नेटिक तूफान का धरती पर क्या-क्या असर होगा.
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