कई लोगों को अपने नाखून खाने, स्किन को बार बार नोंचना की आदत होती है. या फिर बालों को खींचने की भी आदत होती है. लेकिन इस खराब आदत से बचा जा सकता है. हाल ही में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि एक सिंपल तकनीक इस आदत को छुड़वाने में हमारी मदद कर सकती है.
5% लोग हैं इससे प्रभावित
टीएलसी फाउंडेशन फॉर बॉडी-फोकस्ड के अनुसार, दुनिया भर में इन आदतों से लगभग 5% लोगों को प्रभावित होते हैं. इसे बॉडी फोकस्ड रिपिटेटिव बिहेवियर कहते हैं. अब JAMA डर्मेटोलॉजी की रिसर्च में पाया गया कि हैबिट रिप्लेसमेंट इन आदतों को छोड़ने या कम करने में आपकी मदद कर सकता है.
इस स्टडी में लगभग 53% लोगों ने कहा कि लगभग 20% की तुलना में उनमें कम से कम कुछ सुधार हुआ है. जर्मनी के हैम्बर्ग में यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर हैम्बर्ग-एप्पेंडॉर्फ में क्लिनिकल न्यूरोसाइकोलॉजी वर्किंग ग्रुप के प्रमुख लेखक स्टीफन मोरित्ज ने कहा, "नियम सिर्फ अपने शरीर को हल्के से छूने के लिए है. अगर आप स्ट्रेस में हैं, तो आप ये एक्टिविटी तेजी से करने लग जाते हैं.
268 लोगों को किया गया शामिल
ये स्टडी छह सप्ताह तक की गई है. मोरित्ज और सहकर्मियों ने 268 लोगों को इसमें शामिल किया. ये ट्राइकोटिलोमेनिया के लक्षण होते हैं. ये एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें लोग तनाव होने पर खुद को शांत करने के लिए बाल उखाड़ते हैं. या फिर बार-बार अपने नाखून या अपने गाल के अंदरूनी हिस्से को काटते हैं.
कैसे कर सकते हैं बचाव?
इस स्टडी के लिए दो ग्रुप लिए गए. एक ग्रुप को एक मैनुअल और वीडियो दिया गया जिसमें उन्हें दिखाया गया कि जब भी उन्हें अपने नाखून काटने या हानिकारक व्यवहार में शामिल होने की इच्छा महसूस हो तो अपनी उंगलियों, हथेली या बांह को धीरे से रगड़कर नई, कम हानिकारक आदत कैसे बनाएं. उन्हें यह भी निर्देश दिया गया कि जब उन्हें खींचने या काटने की इच्छा महसूस न हो तो नई आदत का अभ्यास करें.
इस स्टडी में कुल मिलाकर, लगभग 80% लोगों ने कहा कि वे इस ट्रिक से काफी संतुष्ट हैं और 86% ने कहा कि वे किसी मित्र को भी इसके बारे में बताएंगे. जो लोग अपने नाखून काटते हैं उन्हें इस हैबिट रिप्लेसमेंट से सबसे ज्यादा फायदा हुआ है.