म्यूजिक हर किसी को पसंद होता है. म्यूजिक मूड को फौरन बदलने की ताकत रखता है. संगीत स्ट्रीमिंग सेवाएं देने वाली कंपनियां एल्गोरिदम से तैयार गानों की प्लेलिस्ट से ये पता लगाती हैं कि आप क्या सुनना पसंद करते हैं और क्या पसंद करेंगे. लेकिन अमेरिका में हुए नए रिसर्च से ये पता चला है कि आपका दिमाग नए गानों पर कैसे रिएक्ट करता है और इसकी मदद से ये बताया जा सकता है कि कौन सा म्यूजिक ज्याादा लोगों को पसंद आएगा. इसका मतलब है कि कौन सा गाना हिट होगा. इसकी भविष्यवाणी की जा सकती है.
आपका दिमाग बताएगा कि कौन सा म्यूजिक होगा हिट-
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने म्यूजिक सुनने वाले लोगों के बॉडी रिस्पॉन्स को एनालिसिस करने के लिए मशीन लर्निंग एल्गोरिदम बनाया तो 97 फीसदी सटीकता के साथ ये पता लगाने में कायमाब रहे कि कौन सा म्यूजिक ट्रैक सबसे अधिक लोगों को पसंद आएगा. सभी एल्गोरिदम को एक शख्स की न्यूरोफिजियोलॉजी की स्थिति को प्रॉक्सी के तौर पर इस्तेमाल करके एक ट्यून के प्रति उसके इमोशन और अटेंशन को मापना था. न्यूरोलॉजिकल तौर पर एक शख्स जितना समय एक गाने में डूबा रहेगा और जितना कम समय वो एकांत में रहेगा, उस गाने के हिट होने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी.
गाना कैसा है? पूछने की जरूरत नहीं पडे़गी-
कोई गाना हिट है या नहीं? ये पता लगाने के लिए किसी से पूछने की जरूरत नहीं होगी कि गाना आपको कैसा लगा? नए रिसर्च में ये सामना आया है कि किसी गाने की सफलता का पता लगाने के लिए किसी से गाने से बारे में पूछने से बेहतर मशीन लर्निंग एल्गोरिदम ज्यादा अच्छा तरीका है.
अगर आप गाने को कॉन्शियस तौर पर इन्जॉय कर रहे हैं तो इसका ये मतलब नहीं है कि दूसरे लोग भी इसे पंसद करेंगे. लेकिन आपकी सबकॉन्शियस अवस्था इसे बेहतर समझ सकती है. रिसर्चर्स के मुताबिक किसी यूजर से ये पूछना कि उनको नया गाना पसंद है? इससे बेहतर है कि इस स्टडी में शामिल किए गए टेक्नोलॉजी जैसे तरीके अपनाकर कंटेंट की वैल्यू का पता लगाया जा सकता है.
एक मिनट के डेटा से 82 फीसदी सही भविष्यवाणी-
इस रिसर्च में एल्गोरिदम को गाना सुनने के लिए सिर्फ एक मिनट का डेटा दिया गया है. इसके बावजूद 82 फीसदी सटीकता के साथ हिट का अनुमान लगा सकता है. अब तक जितने भी तरीके मौजूद हैं, वो सिर्फ 50 फीसदी हिट की भविष्यवाणी करने में सक्षम थे. लेकिन नया तरीका उनके बेहतर है.
कैलिफोर्निया में क्लेरमोंट ग्रेजुएट यूनिवर्सिटी के न्यूरो इकॉनॉमिस्ट पॉल जैक ने कहा कि न्यूरोफिज़ियोलॉजिकल डेटा में मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके हम हिट गानों की करीब पूरी तरह से पहचान कर सकते हैं.
उम्मीद है कि भविष्य में इस तकनीक का इस्तेमाल करके फिल्म और टीवी शो समेत तमाम दूसरे तरह के मनोरंजन के लिए हिट की भविष्यवाणी की जा सकती है.
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