भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अगले 15 साल तक का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है. इसमें भारत के स्पेस मिशन से जुड़ी कई जानकारियां सामने आई हैं. इसरो ने बताया कि गगनयान मिशन प्रारंभिक योजना के अनुसार 2025 में लॉन्च नहीं होगा. इसे 2026 तक लॉन्च किया जा सकता है. इसकी आखिरी तैयारियां चल रही हैं.
ट्रेनिंग ले रहे भारतीय एस्ट्रोनॉट्स
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम स्पेस के साथ ट्रेनिंग ले रहे हैं. वह स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर यात्रा करते हुए स्पेस स्टेशन के लिए साइंटिफिक मिशन के लिए एक इंटरनेशनल क्रू में शामिल होंगे. ये भारतीय एस्ट्रोनॉट्स तीन दिन के लिए पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमा करेंगे.
अगले तीन महीने में लॉन्च हो सकता है अन-क्रू मिशन
गगनयान मिशन का पहला अन-क्रू मिशन अगले तीन महीने में लॉन्च हो सकता है. इसके बाद दो रोबोटिक गगनयान जाएंगे, जिसमें ह्यूमनॉइड रोबोट व्योममित्र भेजा जाएगा. ह्यूमनॉइड एक तरह का रोबोट है, जो AI की मदद से इंसान जैसा बर्ताव कर सकता है.
अगले 5 साल में 3 ह्यूमन फ्लाइट भेजने की तैयारी में इसरो
ISRO 2029 तक 3 ह्यूमन फ्लाइट भेजने की तैयारी में है. इसरो ने पांच साल में तीन बार दो-दो भारतीय एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस में भेजने की योजना बनाई है. पहले गगनयान मिशन के बाद 2026-27 में गगनयान की दूसरी ह्यूमन फ्लाइट और 2028-29 में तीसरी ह्यूमन फ्लाइट के जरिए एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस में भेजा जाएगा.
चंद्रयान-4 मिशन 2028 के लिए शेड्यूल
एनआईएसएआर मिशन 2025 में लॉन्च के लिए ट्रैक पर है. इसके अलावा इसरो अलगे साल छह सैटेलाइट लॉन्च करेगी. इसमें नेवी के लिए जीसैट-7आर, आर्मी के लिए जीसैट-7बी, ब्रॉडबैंड व इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी के लिए जीसैट-एन2, डिफेंस, पैरामिलैट्री, रेलवे, फिशरीज के लिए जीसैट-एन3 के अलावा गगनयान के साथ कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए दो सैटेलाइट शामिल हैं. इसके अलावा चंद्रयान-4 मिशन 2028 के लिए निर्धारित किया गया है. इसरो ने जापान के जेएक्सए के साथ पार्टनरशिप में चंद्रयान -5 मिशन की भी घोषणा की है. हालांकि लॉन्च की कोई सटीक डेट अभी सामने नहीं आई है लेकिन इसके 2028 के बाद होने की उम्मीद है.