
चांद और मंगल ग्रह पर मिशन भेजने के बाद अब इसरो शुक्र ग्रह पर स्पेसक्राफ्ट भेजने की तैयारी कर रहा है. इसरो शुक्र ग्रह की ऑर्बिट में इस विमान को भेजने वाला है. इसे भेजने के पीछे का उद्देश्य शुक्र ग्रह की सतह को ही नहीं बल्कि जिस Sulpuric acid से ग्रह की सतह बनी हुई है उसके नीचे क्या है इसे भी खोजा जाएगा. इसकी घोषणा बुधवार को खुद इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के चेयरमैन एस सोमनाथ ने की है.
इसके लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बना ली गई है
वेणुसियन साइंस की एक मीटिंग को सम्बोधित करते हुए चेयरमैन एस सोमनाथ ने कहा कि इस मिशन को लेकर पहले से ही एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बना ली गई है. साथ ही साथ इसमें कितना बजट लगेगा इसका भी अंदाजा लगाया जा चुका है.
चेयरमैन एस सोमनाथ ने आगे कहा कि भारत के पास आज जितनी क्षमता है उसके हिसाब से शुक्र पर इस मिशन को लॉन्च करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा.
2024 में किया जा सकता है लॉन्च
आपको बता दें, इसरो साल 2024 में शुक्र पर इस मिशन को भेजने की तैयारी कर रहा है. जिसमें अगले साल यानि 2023 में कक्षीय युद्धाभ्यास (Orbital Maneuvers) की योजना बनाई गई है. ये साल इसलिए चुना गया है क्योंकि इस वक्त शुक्र ग्रह पृथ्वी के करीब होगा. शुक्र के करीब होने से आसानी से इसकी ऑर्बिट में स्पैसक्राफ्ट को भेजा जा सकेगा. अगली बार ऐसा मौका साल 2031 में ही आएगा.