
जब बात उम्र बढ़ने की आती है, तो आमतौर पर लोग सोचते हैं कि हर जन्मदिन के साथ एक और साल जुड़ गया. लेकिन हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के जेनेटिक्स एक्सपर्ट डॉ. डेविड सिंक्लेयर का कहना है कि अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आप कितनी तेजी से बूढ़े हो रहे हैं, तो आपके नाखून इसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं.
डॉ. सिंक्लेयर के अनुसार, नाखूनों की ग्रोथ रेट आपके शरीर में नई सेल्स के बनने की स्पीड को दिखाता है. जितनी तेजी से नाखून बढ़ते हैं, उतनी ही तेजी से नई हेल्दी सेल्स बनती हैं, जिससे उम्र से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम होता है.
उम्र बढ़ने की असल पहचान
बायोलॉजिकल एजिंग एक वैज्ञानिक शब्द है, जो बताता है कि आपकी सेल्स और टिश्यू कितने हेल्दी हैं. यह आपकी असल उम्र से अलग हो सकती है. डॉ. सिंक्लेयर ने अपने पॉडकास्ट 'लाइफस्पैन' में कहा कि नाखूनों की ग्रोथ दर से आपकी उम्र बढ़ने की रफ्तार का पता चल सकता है.
उन्होंने कहा, "मैं हमेशा इस बात पर ध्यान देता हूं कि मेरे नाखून कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं. हर बार जब मैं नाखून काटता हूं, तो सोचता हूं कि पिछली बार मैंने इन्हें कब काटा था."
1979 की स्टडी का रहस्य
डॉ. सिंक्लेयर ने 1979 की एक स्टडी का हवाला दिया, जिसमें वैज्ञानिकों ने सैकड़ों लोगों के नाखूनों की ग्रोथ को ट्रैक किया. इस स्टडी में पाया गया कि 30 साल की उम्र के बाद हर साल नाखूनों की साप्ताहिक ग्रोथ दर में लगभग 0.5% की कमी आती है.
अगर आपके नाखून इससे तेज बढ़ रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी उम्र औसत से धीमी गति से बढ़ रही है.
नाखूनों में छिपी दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं
नाखून सिर्फ उम्र ही नहीं, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के संकेत भी दे सकते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि नाखूनों के रंग या आकार में किसी भी बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
स्वास्थ्य का आईना हैं नाखून
कई बार लोग अपनी फिटनेस, हार्ट हेल्थ या डाइट पर ध्यान देते हैं, लेकिन नाखूनों को नजरअंदाज कर देते हैं. जबकि नाखूनों में छोटे-छोटे बदलाव भी बड़ी समस्याओं का संकेत दे सकते हैं.
डॉ. सिंक्लेयर ने सलाह दी है कि नाखूनों की ग्रोथ दर पर ध्यान देना और उनमें होने वाले किसी भी बदलाव को नोटिस करना आपकी सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकता है.
अगली बार जब आप अपने नाखून काटें, तो अपनी सेहत के बारे में सोचें. यह छोटा-सा कदम आपको स्वस्थ और लंबा जीवन जीने में मदद कर सकता है.