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क्या तबाही आ रही है! धरती की तरफ बढ़ रहा एस्टेरॉयड, ये परमाणु बम से कई गुना ज्यादा खतरनाक

यह माना जा रहा है कि क्षुद्रग्रह 2017 XC62 के समान आकार का है. जब क्षुद्रग्रह किसी इलाके में कुछ किलोमीटर ऊपर फटता है तो इससे बड़े पैमाने पर 12 मेगाटन विस्फोट का उत्पादन होता है और इससे बड़े पैमाने पर विनाश होता है. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा पर जो परमाणु बम गिराए गए थे उससे यह 800 गुना ज्यादा खतरनाक है.

वैज्ञानिकों का यह आंकलन है कि क्षुद्रग्रह पृथ्वी से नहीं टकराएगा वैज्ञानिकों का यह आंकलन है कि क्षुद्रग्रह पृथ्वी से नहीं टकराएगा
हाइलाइट्स
  • वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके धरती को हिट करने की संभावना नहीं है

  • धरती की सतह से 7 मिलियन किलोमीटर ऊपर से निकल जाएगा एस्टेरॉयड

नासा के क्षुद्रग्रह(asteroid) ट्रैकर के अनुसार, वाशिंगटन मोनुमेंट के आकार का एक बड़ा एस्टेरॉयड धरती की तरफ बढ़ रहा है. इसे 2017 XC62 के रूप में जाना जाता है. इसका साइज 84 मीटर और 190 मीटर के बीच होने का अनुमान है. यह संभावना जताई जा रही है कि यह धरती को हिट नहीं करेगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि ये धरती की सतह से 7 मिलियन किलोमीटर ऊपर से निकल जाएगा. दूरी की बात करें तो यह पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी का लगभग 18 गुना है. बता दें कि पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी 384,000 किलोमीटर है.

पिछली बार 2013 में एक बड़ा एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराया था. उस वक्त एक 17 मीटर का एस्टेरॉयड रुस में फटा था. लेकिन, 1908 में पॉडकामेनेया तुंगुस्का नदी के ऊपर क्षुद्रग्रह का बड़ा प्रभाव दिखा था जिसे अब तुंगुस्का घटना के रूप में जाना जाता है.

परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक है
यह माना जा रहा है कि क्षुद्रग्रह 2017 XC62 के समान आकार का है. जब एस्टेरॉयड किसी इलाके में कुछ किलोमीटर ऊपर फटता है तो इससे बड़े पैमाने पर 12 मेगाटन विस्फोट का उत्पादन होता है और इससे बड़े पैमाने पर विनाश होता है. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा पर जो परमाणु बम गिराए गए थे उससे यह 800 गुना ज्यादा खतरनाक है और नागासाकी पर जो बम गिराए गए थे उससे 600 गुना ज्यादा खतरनाक है.

लाखों पेड़ गिर गए थे
रुस के तुंगुस्का में एस्टेरॉयड से जो घटना हुई थी उसमें मरने वालों की संख्या बहुत कम थी. इसमें केवल तीन लोगों की मौत के बारे में जानकारी मिली थी क्योंकि यह क्षेत्र काफी दूरस्थ और कम आबादी वाला था. लेकिन, इस घटना से नुकसान बहुत हुआ था. लगभग 27 किमी प्रति सेकंड की हवाओं से लगभग 80 मिलियन पेड़ पूरी तरह से गिर गए थे. झटके और हवा की लहरें वाशिंगटन और इंडोनेशिया तक भी महसूस की गई थी.

एस्टेरॉयड विस्फोट को महसूस करने वाले चश्मदीद ने बताई पूरी कहानी
रुस में एस्टेरॉयड से जो घटना हुई थी उसके चश्मदीद बताते हैं कि उन्होंने भयानक विस्फोट, तेज हवाएं और झटके महसूस किए थे. जिस जगह विस्फोट हुआ था उससे करीब 65 किलोमीटर दक्षिण की तरफ रहने वाले एक व्यक्ति बताते हैं कि ऐसा लगा था कि आसमान दो हिस्सों में बंट गया है और जंगल में आग की ऊंची लपटें दिखाई देने लगी. पूरा उत्तरी भाग आग से ढंक गया था. उन्होंने बताया-'उस वक्त मैं इतना गर्म हो गया था कि इसे सहन करना मुश्किल था. ऐसा लग रहा था कि मेरी कमीज में आग लगी हो. मैं शर्ट को फाड़कर फेंकना चाहता था लेकिन जोरदार आवाज आई और मैं कुछ मीटर दूर फेंका गया. एक पल के लिए मैं अपना होश खो बैठा लेकिन मेरी पत्नी भागकर आई और मुझे घर ले गई'.