वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि हाल ही में देखा गया मेगाकॉमेट, जिसे एक छोटे ग्रह के आकार का कहा जाता है, वैज्ञानिकों द्वारा देखा गया अब तक का सबसे बड़ा धूमकेतु है. मेगाकॉमेट को पहली बार आठ साल पहले देखा गया था, जिसने विशेषज्ञों को भी चौंका दिया था. द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञों ने उस समय भविष्यवाणी की थी कि यह अब तक का सबसे बड़ा धूमकेतु था.
उल्का के आकार से है दस गुना ज्यादा आकार
धूमकेतु 2014 UN271/(बर्नार्डिनेली-बर्नस्टीन) को लगभग 60 से 230 मील चौड़ा माना जाता था. हालांकि अधिक सटीक गणनाओं ने संकेत दिया है कि यह 85 मील की दूरी पर है जोकि लगभग लंदन से बर्मिंघम के समान दूरी के आसपास है. मेगाकॉमेट उल्का के आकार से दस गुना अधिक है, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने 65 मिलियन वर्ष पहले डायनासोर का सफाया कर दिया था.
अनुमान के अनुसार की पुष्टि
इसके विशाल आकार के बावजूद, चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि मेगाकोमेट की कक्षा का अर्थ है कि यह शनि को कभी भी पार नहीं करेगा, जो लगभग 746 मिलियन मील दूर है. पेरिस वेधशाला के डॉ इमैनुएल लेलौच ने कहा,"हमने अनुमान की पुष्टि की है. यह ऊर्ट क्लाउड से अब तक का सबसे बड़ा धूमकेतु है." डॉ लेलौच और उनकी टीम ने धूमकेतु द्वारा बनाए गए विकिरण की जांच करके धूमकेतु के वास्तविक आकार का पता लगाया, जिससे उन्हें सतह क्षेत्र की गणना करने की अनुमति मिली.
Oort cloud है सबसे दूर का क्षेत्र
नासा के अनुसार Oort cloud हमारे सौर मंडल का सबसे दूर का क्षेत्र है और इसे अंतरिक्ष के मलबे के बर्फीले टुकड़ों से बना एक बड़ा, मोटी दीवारों वाला बुलबुला कहा जाता है. कुछ टुकड़े पहाड़ों के समान आकार के और बड़े हैं और इसमें खरबों आइटम हो सकते हैं. मेगाकॉमेट अब सबसे बड़े खगोलीय विशाल का खिताब दिया गया है. आखिरी बार इसे हेल-बोप माना गया था, जिसे 1995 में दो शौकिया खगोलविदों द्वारा खोजा गया था.