क्या हो अगर वही मच्छर जो मलेरिया फैलाते हैं, इसे रोकने में भी मदद कर सकें? जी हां, वैज्ञानिकों ने एक ऐसी वैक्सीन स्ट्रेटजी तैयार की है, जिसमें जेनेटिकली इंजीनियर्ड मच्छरों का उपयोग मलेरिया के खिलाफ इम्यूनिटी बनाने के लिए किया जाता है.
इसमें उन मच्छरों को शामिल किया जाता है जिनमें मलेरिया पैदा करने वाले Plasmodium falciparum पैरासाइट होते हैं. यह पैरासाइट मनुष्यों को संक्रमित करने के बजाय शरीर में एंट्री करने के तुरंत बाद रुक जाता है. इसका मतलब है कि ये व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है बल्कि उनके इम्यून सिस्टम को और भी मजबूत बना देता है.
हाल ही में हुई है रिसर्च
ये रिसर्च हाल ही में 20 नवंबर को न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में पब्लिश हुई है. इसमें वैज्ञानिकों ने इस नए विषय पर टेस्टिंग की है. इस टेस्टिंग में प्रतिभागियों मच्छरों से कटवाया गया. ये वो मच्छर थे जो GA2 नाम में जेनेटिकली रूप से बदले हुए पैरासाइट से इन्फेक्टेड थे.
इस स्टडी के परिणाम चौंकाने वाले आए. 90% लोग, जिन्हें GA2 मच्छरों ने काटा, मलेरिया से बचे रहे. इसे लेकर लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन के इम्यूनोलॉजिस्ट जूलियस हफाला ने कहा, “यह मलेरिया वैक्सीन एक काफी बड़ा कदम है. दुनियाभर में मलेरिया से कई लोग प्रभावित होते हैं. ऐसे में इस तरह की वैक्सीन का बनना बेहद जरूरी है.”
हालांकि, इसपर अभी और रिसर्च होनी बाकी है. लेकिन अगर ये एक्सपेरिमेंट सफल होता है, तो यह लाखों लोगों की जान बच सकती है.
हर साल करोड़ों का होते हैं इससे प्रभावित
मलेरिया हर साल लगभग 25 करोड़ लोगों को संक्रमित करता है और कई लोगों की इससे मौत भी हो जाती है. हालांकि दो मलेरिया वैक्सीन उपलब्ध हैं, लेकिन ये केवल 75% तक ही इफेक्टिव हैं और इनमें बार-बार बूस्टर शॉट्स की जरूरत होती है.
मलेरिया के लक्षण
मलेरिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 10–15 दिनों बाद दिखाई देते हैं. सामान्य लक्षणों में तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, पसीना आना, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, थकावट और कमजोरी, पेट दर्द, एनीमिया या गंभीर मामलों में दौरा पड़ सकता है.
अगर मलेरिया का समय पर इलाज न किया जाए, तो ये शरीर के ऑर्गन्स को नुकसान पहुंचा सकता है, इससे ब्रेन में सूजन हो सकती है और यहां तक कि मौत भी हो सकती है.
मलेरिया से बचाव के उपाय
मलेरिया से बचने के लिए आप मच्छर भगाने वाले लोशन का उपयोग करें, लंबे बाजू वाले कपड़े और पैंट पहनकर शरीर को ढकें, मच्छरदानी का उपयोग करें, अपने घर के आसपास रुके हुए पानी को हटा दें, खिड़कियों और दरवाजों पर जाली लगाएं ताकि मच्छर अंदर न आ सकें. इसके अलावा, घर में मच्छर क्वाइल, वैपराइजर मैट्स या इलेक्ट्रॉनिक रिपेलेंट्स का उपयोग करें और अगर आप मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में यात्रा कर रहे हैं, तो मलेरिया-रोधी दवाएं लें और अपने क्षेत्र में उपलब्ध नई मलेरिया वैक्सीन टीकों की जानकारी रखें.