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Meril Life's MYVAL THV Series: बिना ओपन हार्ट सर्जरी के हो सकेगा दिल का इलाज, मेरिल लाइफ साइंस के मायवल ट्रांसकैथेटर से हो सकेगा मुमकिन 

मायवल टीएचवी सीरीज एक तरह का मेडिकल डिवाइस है. इसे एओर्टिक स्टेनोसिस (aortic stenosis) वाले रोगियों के लिए डिजाइन किया गया है. इसकी मदद से बिना ओपन हार्ट सर्जरी के भी दिल का इलाज हो सकेगा.

Heart Treatment (Symbolic image: unsplash) Heart Treatment (Symbolic image: unsplash)
हाइलाइट्स
  • 768 मरीजों पर हुए ट्रायल 

  • आसानी से हो सकेगा दिल का इलाज

मेडिकल इंडस्ट्री में आए दिन नई और एडवांस टेक्नोलॉजी आ रही हैं. अब इसी कड़ी में एक और टेक्नोलॉजी ने हार्ट सर्जरी को आसान बना दिया है. अब ओपन हार्ट सर्जरी के बिना हार्ट का इलाज हो सकेगा. मेरिल लाइफ साइंसेज की मायवल ट्रांसकैथेटर हार्ट वाल्व (THV) सीरीज की मदद से ऐसा मुमकिन हो पाया है. 

Myval THV सीरीज क्या है?

मायवल टीएचवी सीरीज एक मेडिकल डिवाइस है जिसे गंभीर लक्षण वाले एओर्टिक स्टेनोसिस (aortic stenosis) वाले रोगियों के लिए डिजाइन किया गया है. एओर्टिक स्टेनोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें हार्ट की एओर्टिक वाल्व सिकुड़ जाती है, जिससे दिल से शरीर के बाकी हिस्सों में जाने वाले खून का प्रवाह कम हो जाता है. इससे सीने में दर्द, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसे गंभीर लक्षण हो सकते हैं. 

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आमतौर पर, इस स्थिति के इलाज के लिए ओपन-हार्ट सर्जरी की जरूरत होती है. हालांकि, Myval THV सीरीज ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन (TAVI) नाम की प्रक्रिया से ओपन हार्ट सर्जरी के बिना ही इलाज संभव है. 

768 मरीजों पर हुए ट्रायल 

इसे ट्रायल 16 देशों में हुआ है. 768 मरीज इस ट्रायल में शामिल हुए थे. मेरिल की बनाई इस सीरीज में कई साइज के डिवाइस हैं. इन आकारों में पारंपरिक (20 मिमी, 23 मिमी, 26 मिमी और 29 मिमी), इंटरमीडिएट (21.5 मिमी, 24.5 मिमी और 27.5 मिमी), और बड़े ऑप्शन (30.5 मिमी और 32 मिमी) शामिल हैं. इससे रोगियों के लिए सबसे सटीक डिवाइस का इस्तेमाल किया जा सकेगा.

Ashok Seth, Fortis
Prof. (Dr.) Ashok Seth, Chairman at Fortis Escorts Heart Institute. and Prof. Andreas Baumbacha, Queen Mary University of London

ट्रायल में किया बेहतर प्रदर्शन 

ट्रायल में इसके परिणाम काफी आशाजनक आए हैं. जिससे पता चला कि मायवल टीएचवी सीरीज ने दूसरे सभी डिवाइस की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है. विशेष रूप से, स्टडी में अलग-अलग घटनाओं जैसे मौत, स्ट्रोक, मेजर ब्लीडिंग, किडनी की चोट में इस डिवाइस को चेक किया गया. 

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन प्रोफेसर डॉ. अशोक सेठ ने इसको लेकर कहा कि ये लैंडमार्क ट्रायल भारत की बढ़ती ताकत का प्रमाण है. दुनिया भर के रोगियों के लिए ये डिवाइस काफी लागत प्रभावी भी है.