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Moon Trees: Artemis I मिशन में चांद पर भेजे गए थे ये बीज... अब इनको बांटने की है प्लानिंग, आप भी पाने के लिए ऐसे करें अप्लाई 

Moon Trees and Artemis I mission: इससे पहले भी बीज चांद पर भेजे जा चुके हैं. ये मून ट्री की दूसरी पीढ़ी है. 1971 में, अपोलो 14 कमांड मॉड्यूल पायलट स्टुअर्ट रूसा, अपनी प्राइवेट किट में सैकड़ों पेड़ों के बीज ले गए थे.

मून ट्री मून ट्री
हाइलाइट्स
  • पहले भी स्पेस में भेजे जा चुके हैं बीज 

  • आप भी कर सकते हैं इसके लिए अप्लाई

पिछले कई दशकों से चांद के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की होड़ लगी है. वहां के वातावरण के बारे में जानने के लिए वैज्ञानिक चांद से जुड़े मिशन लगातार चला रहे है. अब इसी कड़ी में नासा ने एक बेहतरीन पहल की है. इसकी मदद से आप चांद से जुड़ा हुआ एक पेड़ लगा सकते हैं. जी हां, पेड़ों के ये बीज चांद से लौटकर धरती पर आए हैं. ये 5 पेड़ों के बीज साल 2022 में आर्टेमिस-1 मिशन में धरती से चांद पर ले जाए गए थे. लगभग 2,000 बीज अंतरिक्ष में भेजे गए थे. 

पहले भी स्पेस में भेजे जा चुके हैं बीज 

एजुकेशन और कम्युनिटी ऑर्गेनाइजेशन जो साइंस, टेक्नोलॉजी , इंजीनियरिंग और गणित से जुड़ी हुई हैं वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. स्कूलों, लाइब्रेरी, म्यूजियम और छात्रों या जनता से जुड़े दूसरे संगठन भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. अप्लाई करने की आखिरी तारीख शुक्रवार, 6 अक्टूबर रखी गई है. 

हालांकि, इससे पहले भी बीज चांद पर भेजे जा चुके हैं. ये मून ट्री की दूसरी पीढ़ी है. 1971 में, अपोलो 14 कमांड मॉड्यूल पायलट स्टुअर्ट रूसा, अपनी प्राइवेट किट में सैकड़ों पेड़ों के बीज ले गए थे. अपोलो 14 की सफल वापसी के बाद, वन सेवा ने बीजों को अंकुरित किया था. अपोलो मून ट्री के पौधे देश भर में लगाए गए थे, जिनमें से कई 1976 में अमेरिकी बाइसेन्टेनियल उत्सव के हिस्से के रूप में लगाए गए थे.

मून ट्री
मून ट्री (फोटो- नासा)

कौन से बीज हैं इसमें शामिल?

आर्टेमिस I के साथ जाने वाले पांच बीज अलग अलग हैं. इसमें लोब्लोली पाइन (पीनस टेडा) जो तेजी से बढ़ने वाला पेड़ है. ये अमेरिका में सबसे आम प्रजातियों में से एक है. दूसरा बीज अमेरिकी गूलर (प्लैटैनस ऑक्सीडेंटलिस) है. ये पेड़ 600 साल तक जीवित रहने के लिए जाना जाता है. तीसरा बीज स्वीटगम (लिक्विडंबर स्टायरासिफ्लुआ) है, जो  टेक्सास के पूर्व से अटलांटिक महासागर तक मिलता है. चौथा बेज सिकोइया (सेक्वियोएडेंड्रोन गिगेंटम) का है. ये कैलिफोर्निया में पाया जाता है. ये 3,400 साल तक जीवित रहता है और दुनिया में सबसे ऊंचे बढ़ने वाले पेड़ों में से एक माना जाता है. और पांचवा बीज डगलस-फिर (स्यूडोत्सुगा मेन्ज़िएसी का है. इसका नाम बॉटनिस्ट डेविड डगलस के सम्मान में रखा गया है.

मून ट्री के बीज (फोटो- नासा)
मून ट्री के बीज (फोटो- नासा)

कैसे कर सकते हैं इसके लिए अप्लाई?

मून ट्री कैसे उगाना है इसको लेकर मून ट्री सीडलिंग क्राइटेरिया की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है. नासा साल 2023 और 2024 में सीडलिंग होस्ट करने के लिए और सही समय निर्धारित करने के लिए वन सेवा के साथ काम कर रहा है. इसको लेकर नासा ने बाकायदा प्रक्रिया भी दी गई है:-

-अपना सबमिशन पूरा करने के लिए आपको मून ट्री सीडिंग एप्लीकेशन गाइड की समीक्षा करनी होगी. 

अर्टिफैक्ट मॉड्यूल वेबसाइट के अलावा आवेदकों के लिए एक सपलीमेंटल फॉर्म भी जरूरी है. 

-अकाउंट बनके सीड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए नासा की आर्टिफैक्ट मॉड्यूल वेबसाइट पर जाएं या यहां क्लिक करें. 

-अगर आपके पास नासा का अकाउंट नहीं है तो एक गेस्ट अकाउंट से लॉगिन करें.

-मून ट्रीज टीम और यूएसडीए फ़ॉरेस्ट सर्विस अब आपके एप्लिकेशन को देखेगी और उसकी समीक्षा करेगी. 

-हालांकि, कौन सा बीज आपको देना है ये आप नहीं बल्कि अमेरिका का फारेस्ट डिपार्टमेंट निर्णय लेगा.

-अगर आप इसके बारे में और समझना चाहते हैं तो मून ट्रीज ग्रुप भी हैं आप उनसे कॉन्टैक्ट कर सकते हैं.