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शादी से पहले सिर्फ कुंडली ही नहीं, बल्कि जीन भी मिला सकेंगे! मल्टीप्लेयर मोड की मदद से जान सकेंगे होने वाले बच्चे को हो सकती हैं कितनी बीमारियां?

अमेरिका की न्यूक्लियस जीनोमिक्स नामक कंपनी ने एक नई सर्विस लॉन्च की है, जिसे "मल्टीप्लेयर मोड" कहा जा रहा है. इसके ज़रिए कपल्स अपने डीएनए को मिलाकर देख सकते हैं कि उनके बच्चों को कौन-कौन सी 900 से ज्यादा बीमारियां हो सकती हैं.  

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आज की दुनिया में लोग अपनी सेहत को लेकर पहले से कहीं ज्यादा सजग हो गए हैं. कोई अपनी नींद ट्रैक कर रहा है, कोई ग्लूकोज लेवल पर नजर रख रहा है, तो कोई अपने कदमों को गिनकर सेहत को गेम की तरह खेल रहा है. लेकिन अब एक नया ट्रेंड आ गया है, जो वेलनेस इंडस्ट्री में तहलका मचा रहा है. क्या आपने कभी सोचा कि आपकी जीन आपके पार्टनर से कितनी मेल खाती है? और क्या आप दोनों मिलकर अपने बच्चों को कोई खतरनाक बीमारी तो नहीं दे सकते? अगर नहीं, तो तैयार हो जाइए आपको ये सबकुछ पता चलने वाला है.

जानिए आपके और आपके पार्टनर के डीएनए का मेल
पिछले हफ्ते, अमेरिका की न्यूक्लियस जीनोमिक्स नामक कंपनी ने एक नई सर्विस लॉन्च की है, जिसे "मल्टीप्लेयर मोड" कहा जा रहा है. इसके ज़रिए कपल्स अपने डीएनए को मिलाकर देख सकते हैं कि उनके बच्चों को कौन-कौन सी 900 से ज्यादा बीमारियां हो सकती हैं.  

कंपनी के 25 वर्षीय सीईओ कियान सडेघी* ने इस फीचर के बारे में बात करते हुए कहा, "हम चाहते हैं कि लोग अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को लेकर फैसले खुद ले सकें. यह टूल कपल्स को अपने बच्चों की सेहत से जुड़े अनदेखे खतरों को जानने का मौका देता है."

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क्यों बनाया ये डीएनए टेस्ट?
कियान सडेघी ने यह कंपनी अपने कजिन की याद में बनाई थी, जो एक अनजान जेनेटिक बीमारी के कारण सोते हुए ही चल बसी थी. सडेघी का कहना है कि आम तौर पर डॉक्टर केवल उन्हीं जेनेटिक टेस्ट्स की सलाह देते हैं जिनका पहले से पारिवारिक इतिहास हो. लेकिन उनकी कंपनी ने एक ऐसा टेस्ट बनाया है जो छुपी हुई बीमारियों का भी पता लगाने में मदद करेगा. 

क्या यह टेस्ट रिश्तों में दरार डाल सकता है?
कियान का कहना है कि उनका मकसद लोगों को अलग करना नहीं, बल्कि उन्हें सही जानकारी देना है. वे कहते हैं, "हम किसी को यह नहीं कह रहे कि अगर उनका जेनेटिक मेल नहीं बैठता तो वे अलग हो जाएं. यह कपल्स का खुद का फैसला होगा कि वे इस जानकारी का क्या करते हैं."  
लेकिन सवाल उठ रहा है कि क्या यह टेस्ट एक तरह से "परफेक्ट बेबी" बनाने की ओर इशारा करता है?  

टेस्ट की कीमत और डेटा सिक्योरिटी

न्यूक्लियस का बेसिक स्वैब टेस्ट $399 का है, जो 900 से ज्यादा कंडीशंस- कैंसर, हार्ट डिजीज, दिमागी फोकस का रिस्क बताता है. इसके अलावा $99 में जेनेटिक काउंसलर से सेशन ले सकते हैं. 

  • टेस्ट की कीमत: $399 (लगभग ₹33,000)  
  • अलग से काउंसलिंग फीस: $99 (लगभग ₹8,000) प्रति सेशन  
  • डेटा सिक्योरिटी: कंपनी का दावा है कि वे यूजर डेटा को किसी थर्ड पार्टी से साझा नहीं करते और HIPAA (हेल्थ डेटा सुरक्षा कानून) के तहत काम करते हैं.

क्या यह आधुनिक युग की यूजीनिक्स है?
यूजीनिक्स (Eugenics) यानी मनचाहे बच्चों को जन्म देने की कोशिश. कई विशेषज्ञों को इस टेस्ट से इसी बात की चिंता है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के जेनेटिक्स एक्सपर्ट साशा गुसैवका कहना है, "अगर हम सिर्फ बीमारी ही नहीं, बल्कि बच्चे की बुद्धिमत्ता (IQ) जैसी चीजों को भी ट्रैक करने लगे, तो यह सामाजिक रूप से खतरनाक हो सकता है."

कियान ने इसे लेकर कहा, "हम अभी बच्चों के लिए हेरेडिटरी डिजीज के अलावा कुछ और प्रेडिक्ट नहीं करते. प्री-कॉन्सेप्शन टेस्टिंग स्टैंडर्ड है और हम टेक्नोलॉजी से कपल्स को सशक्त करने के लिए हैं. इसका यूजेनिक्स से कोई लेना-देना नहीं.”