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Saudi Female Astronaut: सऊदी अरब का बड़ा ऐलान, पहली बार इन महिलाओं को अंतरिक्ष सैर पर भेजेगा

सऊदी अरब ने स्पेस मिशन में एक बड़ा फैसला किया है. सऊदी अपनी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में भेजेगा. उनका नाम रेयना बरनावी है. रेयना को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के 10 दिवसीय मिशन पर साथी सऊदी अली अल-कर्नी के साथ भेजा जाएगा.

रेयना बरनावी रेयना बरनावी
हाइलाइट्स
  • पहली महिला एस्ट्रोनॉट को स्पेस भेजेगा सऊदी

  • सऊदी हुकूमत कर रही मिशन में मदद

सऊदी अरब हमेशा से महिला अधिकारों का हनन करने वाला देश माना जाता रहा है. सबसे कट्टर कायदे-कानूनों वाला इस्लामिक मुल्क सऊदी अरब अब खुद को एक प्रगतिशील देश के रूप में दिखाने लगा है. इसी कोशिश में सऊदी अरब पहली बार अपने मुल्क की महिला एस्ट्रोनॉट को स्पेस में भेजने की तैयारी कर रहा है. 

पहली महिला एस्ट्रोनॉट को स्पेस भेजेगा सऊदी
सऊदी अरब ने घोषणा की है कि 2023 की दूसरी तिमाही में महिला अंतरिक्ष यात्री रेयना बरनावी को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के 10 दिवसीय मिशन पर साथी सऊदी अली अल-कर्नी के साथ शामिल होंगी. बरनावी और अल-कर्नी निजी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम स्पेस के एक मिशन के हिस्से के रूप में स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होकर आईएसएस के लिए उड़ान भरेंगे. एक्स -2 को फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा. 

सऊदी हुकूमत कर रही मिशन में मदद
सऊदी अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष अब्दुल्ला अल-स्वाहा ने कहा कि उनकी हुकूमत इस प्रोग्राम का पूरा समर्थन करती है. आयोग के प्रमुख मोहम्मद अल-तमीमी ने समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया, जिसने मुल्क को अंतरिक्ष क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति करने में सक्षम बनाया है. यह मिशन सऊदी अरब के लिए बेहद खास इसलिए है, क्योंकि अब सऊदी उन कुछ देशों में से एक बना देगा जिनके पास अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक ही राष्ट्रीयता के दो अंतरिक्ष यात्री एक साथ होंगे.

कंपनी ने 2022 में लॉन्च किया पहला स्पेस मिशन
Axiom Space ने अप्रैल 2022 में ISS के लिए अपना पहला निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन लॉन्च किया, जिसके तहत चार निजी अंतरिक्ष यात्रियों ने कक्षा में 17 दिन बिताए. 2019 में, सऊदी का पड़ोसी संयुक्त अरब अमीरात अपने एक नागरिक को अंतरिक्ष में भेजने वाला पहला अरब देश बन गया. अंतरिक्ष यात्री हज़्ज़ा अल-मंसूरी ने आईएसएस पर आठ दिन बिताए. एक अन्य साथी अमीराती. सुल्तान अल-नेयादी भी इस साल फरवरी में अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेंगे.

पहली बार 1985 में अंतरिक्ष में किया था प्रवेश
हालांकि, सऊदी अरब का अंतरिक्ष में प्रवेश इसका पहला नहीं है. 1985 में तेल-संपन्न देश में, देश के शाही राजकुमार सुल्तान बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज, एक अमेरिकी-संगठित मिशन पर वायुसेना के पायलट को भेजा था. यह अंतरिक्ष की यात्रा करने वाला पहला अरब मुस्लिम देश बन गया. वर्षों बाद 2018 में, देश ने एक अंतरिक्ष कार्यक्रम स्थापित किया और पिछले साल आर्थिक विविधीकरण के लिए प्रिंस सलमान के विजन 2030 एजेंडे के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए एक और लॉन्च किया.