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Sunita Williams Return cost: 9 महीने बाद स्पेस से धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स, जानें घर वापसी पर कितने रुपये खर्च हुए 

SpaceX का Crew Dragon कैप्सूल 18 मार्च को 05:05 GMT (भारतीय समयानुसार सुबह 10:35 बजे) ISS से अनडॉक हो गया. इस कैप्सूल को धरती तक पहुंचने में करीब 17 घंटे लगे. 19 मार्च को सुबह करीब 3:30 बजे (भारतीय समयानुसार) यह कैप्सूल अटलांटिक महासागर में फ्लोरिडा के तट के पास स्प्लैशडाउन हुआ. वहां पहले से रिस्क्यू टीमें मौजूद थे, जिन्होंने इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला.

Sunita Williams Return Sunita Williams Return
हाइलाइट्स
  • घर वापसी पर हुए करोंड़े खर्च

  • स्पेस से धरती पर लौटीं सुनीता विलियम्स,

अंतरिक्ष में जाना हमेशा से इंसान के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही है, लेकिन अगर कोई वहां फंस जाए तो यह किसी साइंस-फिक्शन फिल्म जैसी स्थिति बन जाती है. NASA के दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. वे सिर्फ 8 दिन के मिशन पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) गए थे, लेकिन 286 दिन तक फंसे रह गए. अब SpaceX उन्हें धरती पर वापस ले आया है, लेकिन इस मिशन की लागत जानकर आप हैरान रह जाएंगे!

286 दिन तक ISS पर क्यों फंसे रहे अंतरिक्ष यात्री?
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2024 को Boeing Starliner नामक स्पेसक्राफ्ट से ISS के लिए उड़ान भरी थी. यह मिशन मात्र 8 दिन का था, लेकिन जब वे स्टेशन पर पहुंचे, तो स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबियां सामने आईं.

सितंबर 2024 में जब Boeing Starliner की सुरक्षा को लेकर संदेह बढ़ा, तो NASA ने फैसला किया कि यह खाली वापस भेजा जाएगा, यानी बिना किसी यात्री के. इसका मतलब था कि सुनीता और विलमोर वहीं फंस गए. इसके बाद NASA को एक नया प्लान बनाना पड़ा कि इन्हें कैसे सुरक्षित वापस लाया जाए.

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SpaceX का महंगा रेस्क्यू मिशन में कितना खर्च 
इन अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने की जिम्मेदारी SpaceX ने उठाई, SpaceX की Crew Dragon कैप्सूल और Falcon 9 रॉकेट के जरिए इन दोनों को धरती पर लाया गया. Falcon 9 रॉकेट लॉन्च की लागत ₹580 करोड़ ($69.75 मिलियन) थी, वहीं Crew Dragon कैप्सूल का खर्च ₹1,170 करोड़ ($140 मिलियन) रहा.

यानि, कुल मिलाकर यह पूरा मिशन SpaceX को ₹1,750 करोड़ ($210 मिलियन) का पड़ा! 

NASA और SpaceX को क्यों उठाना पड़ा इतना बड़ा खर्च?
आमतौर पर SpaceX अपने रॉकेट और कैप्सूल को रीयूज़ करता है, जिससे लागत कम होती है. लेकिन इस बार, क्योंकि यह एक इमरजेंसी मिशन बन चुका था और इसमें इंसानों की जान दांव पर थी, इसलिए सुरक्षा और अतिरिक्त सुविधाओं पर भारी खर्च हुआ.

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Crew Dragon कैप्सूल को विशेष रूप से इंसानों को सुरक्षित लाने-ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम, सेफ्टी बैकअप, और इमरजेंसी इवैक्युएशन सिस्टम होता है, जिससे इसकी लागत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है.

ट्रंप और मस्क भी आए बीच में!
इस पूरे मामले में एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2025 में एलन मस्क से अपील की कि वे इन अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द से जल्द वापस लाने की व्यवस्था करें. एलन मस्क ने X (पहले Twitter) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मुझे राष्ट्रपति द्वारा जल्द से जल्द इन अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने का अनुरोध मिला है. SpaceX इस मिशन पर काम कर रहा है."

इस बयान के बाद SpaceX ने तेजी से तैयारियां शुरू कीं, और अब 18 मार्च 2025 को Crew Dragon कैप्सूल इन दोनों को धरती पर वापस लाने वाला है.

घर वापसी की 17 घंटे लंबी यात्रा!
SpaceX का Crew Dragon कैप्सूल 18 मार्च को 05:05 GMT (भारतीय समयानुसार सुबह 10:35 बजे) ISS से अनडॉक हो गया. इस कैप्सूल को धरती तक पहुंचने में करीब 17 घंटे लगे. 19 मार्च को सुबह करीब 3:30 बजे (भारतीय समयानुसार) यह कैप्सूल अटलांटिक महासागर में फ्लोरिडा के तट के पास स्प्लैशडाउन हुआ. वहां पहले से रिस्क्यू टीमें मौजूद थे, जिन्होंने इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला.

गौरतलब है कि 59 वर्षीय सुनीता विलियम्स ने अब तक 322 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं और 9 बार स्पेसवॉक कर चुकी हैं. उनकी गिनती NASA के सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों में होती है. वहीं बुच विलमोर भी 62 साल के हो चुके हैं, और यह उनका सबसे लंबा स्पेस मिशन था.

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