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Space Mission: 8 दिन का सफर, 9 महीने में हुआ खत्म.. इससे क्या मिला सबक और क्या है सीखने की जरूरत, जानिए

सुनीता विलियम्स का ये स्पेस मिशन भविष्य के मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है. इस मिशन में आने वाली चुनौतियों से भविष्य की संभावनाएं खुलेंगी. इस मिशन से कई जरूरी जानकारियां मिली. इससे पता चला कि सेफ्टी प्रोटोकॉल को फिर से रिव्यू करने की जरूरत है.

Sunita Williams Return Sunita Williams Return

सुनीता विलियम्स ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जो भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा. इस मिशन से हमें ह्यूमन बॉडी, बैकअप सिस्टम्स और कमर्शियल स्पेस फ्लाइट्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली हैं.

मिशन से मिली महत्वपूर्ण जानकारियां-
इस पूरे मिशन से हमें ह्यूमन बॉडी के बारे में काफी कुछ जानने को मिलेगा. दूसरी चीज़ यह है कि हमें यह तो समझ में आ गया है कि बैकअप सिस्टम्स की बहुत इम्पोर्टेंस है. हमें वो बैकअप सिस्टम्स उस तरीके से डिजाइन करने पड़ेंगे कि अगर लॉन्ग प्लेस फ्लाइट्स में कहीं को कोई दिक्कत आती है तो आप मल्टीस्टेशन बैकअप सिस्टम्स बनाने की जरूरत पड़ेगी. अगर मार्स पर मैन मिशन भेजना है तो किसी दिक्कत के समय बैकअप सिस्टम्स रखना होगा.

कमर्शियल स्पेस फ्लाइट्स का महत्व-
इस स्पेस मिशन से ये समझ आया है कि कमर्शियल स्पेस फ्लाइट बहुत जरूरी है. इसको भारत और अमेरिका ने अपनाया है. कमर्शियल स्पेस फ्लाइट में ट्रांसपरेंसी और अकाउंटेबिलिटी बढ़ जाती है और एक हेल्दी कंपटीशन बढ़ता है, जिससे टेक्नोलॉजी अच्छे से डेवल्प होती है. ऐसे में आपके पास कई विकल्प भी होते हैं.

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अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सेफ्टी प्रोटोकॉल-
कोई भी स्पेस मिशन इंटरनेशनल सहयोगियों की मदद से पूरा होता है. इससे जुड़ी चीजें कई जगहों पर बनती हैं. इसमें बहुत सारी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है. इससे अलग-अलग जगहों पर डेवल्प किया जाता है. इसलिए इन सबकों एक साथ लाने की जरूरत है. इसके साथ ही इस मिशन से ये भी पता चला है कि सेफ्टी प्रोटोकॉल को रिव्यू करने की जरूरत है. क्योंकि ये फ्लाइट इंटनेशनल स्पेस स्टेशन की थी. अगर ये प्लेनेटरी मिशन की फ्लाइट होती तो इसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता था. दुनिया स्पेस स्टेशन में काफी समय से काम कर रही है. इसलिए सबको पता है कि सिस्टम कैसे काम करता है. अगर ये प्लेनेटरी मिशन होता तो शायद मुश्किल होती. इसको लेकर इंटरेशन कन्वर्सेशन होना चाहिए.

भविष्य की संभावनाएं-
यह एक बहुत बड़ी सफलता है. जो एस्ट्रोनॉट फंसे थे, उनका मनोबल बढ़ाया गया. सारी सुविधाएं उस स्टेशन में थीं, वहां पर एक नया एक्सपीरियंस हुआ. उनको वापस लाने का मिशन शुरू किया गया. फिर उनको वापस लाया गया. इस मिशन से हमने बहुत कुछ सीखा. इस मिशन का डेटा भविष्य के मिशनों में काफी काम आएगा.