आकाश में टिमटिमाते तारों को देखकर एक बार तो मन करता ही है कि आकाश की दुनिया को देखा जाए. इस शौक को पूरी करने के लिए बहुत से लोगों के पास कई तरह के वैज्ञानिक उपकरण भी होते हैं जैसे कि टेलीस्कोप. पर अगर आपके पास ऐसा कोई उपकरण नहीं भी है तो भी आप जून के महीने में कुछ ग्रहों को एक लाइन में देख सकेंगे.
जी हां, यह सच है. जिन ग्रहों के बारे में हम पढ़ते और लिखते हैं, उन्हें सीधा आसमान अपनी आंखों से देख सकेंगे. 24 जून को भारतीय समय का हिसाब से सौर मंडल के कई ग्रह- बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, नेपच्यून, और यूरेनस - सूर्योदय से पहले एक साथ आसमान में एक सीध (रेखा) में दिखेंगे. इस स्थिति को "ग्रह परेड" के रूप में जाना जाता है.
बताया जा रहा है कि यह बहुत ही दुर्लभ स्थिति है. इसमें आप शुक्र, मंगल, बृहस्पति, और शनि को बिना किसी उपकरण के देख पाएंगे लेकिन बुध, नेपच्यून, और यूरेनस को देखना मुश्किल होगा. क्योंकि बुध काफी छोटा ग्रह है और नेपच्यून व यूरेनस काफी दूर हैं.
इस तरह देख सकते हैं ग्रह संरेखण (Planetary Alignment):
अगर आप इन ग्रहों को देखना चाहते हैं तो ऐसी जगह जाएं जहां प्रकाश प्रदूषण न हो. आपको बता दें कि ट्रैफिक लाइट, वाहनों की रोशनी और इमारतों में रोशनी के कारण वातावरण में बिखरी अत्याधिक रोशनी प्रकाश प्रदूषण है. स्टारगेजिंग के लिए सबसे अच्छी जगह किसी पहाड़ी की चोटी जैसी एकांत जगह है जहां कम रोशनी होती है.
आकाशीय पिंडों का अवलोकन करते समय हमेशा यह बात ध्यान रखें कि सिर्फ तारे टिमटिमाते हैं ग्रह नहीं. ग्रह निरंतर चमकते रहते हैं. क्योंकि ग्रह तारों से प्रकाश को रिफलेक्ट करते हैं. हमारे सौर मंडल में, सभी ग्रह सूर्य के प्रकाश को रिफलेक्ट करते हैं.