कोरोना दुनिया भर में एक बार फिर से डर की वजह बना हुआ है. कोरोना का वेरिएंट ओमिक्रॉन का सबवेरिएंट XBB.1.5 दिसंबर से अमेरिका में तेजी से फैलने के बाद वैज्ञानिकों के बीच चिंता पैदा कर रहा है. तो चलिए आपको इस सबवेरिएंट के बारे में विस्तार से बताते हैं.
XBB.1.5 सबवेरिएंट क्या है और यह कैसे व्यवहार करता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की सीनियर पैनडेमिक साइंटिस्ट मारिया वान केरखोव ने कहा कि XBB.1.5 अब तक पाया गया सबसे अधिक संक्रामक ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट है. इसमें होने वाले म्यूटेशन के कारण यह तेजी से फैलता है, जिससे यह कोशिकाओं का पालन करने और आसानी से रेप्लिकेट करने की अनुमति देता है. वैन केरखोव ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, "हमारी चिंता यह है कि यह कितना संक्रामक है."
यू.एस. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर के सप्ताह में संयुक्त राज्य अमेरिका में XBB और XBB.1.5 के COVID-19 मामलों के 44.1% होने का अनुमान लगाया गया था, जो पिछले सप्ताह के 25.9% से अधिक था. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि दुनिया भर के 28 अन्य देशों में भी इसका पता चला है.
XBB.1.5 अभी तक Omicron का एक और वंशज है, जो COVID-19 पैदा करने वाले वायरस का सबसे संक्रामक संस्करण है जो अब विश्व स्तर पर प्रभावी है. यह XBB की एक शाखा है, जिसे पहली बार अक्टूबर में खोजा गया था, जो स्वयं दो अन्य ओमिक्रॉन उप-संस्करणों का पुनः संयोजक है.
XBB.1.5 कितना खतरनाक है?
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसके पास अभी तक गंभीरता पर कोई डेटा नहीं है और न ही इसके प्रभाव पर स्पष्ट तस्वीर है. डब्ल्यूएचओ का ये भी कहना है कि उसने समय के साथ इसकी गंभीरता को बदलते हुए नहीं देखा. हालांकि इसका तेजी से फैलना हमेशा से चिंता का विषय रहा है.
वान केरखोव ने टीकों और उपचारों का जिक्र करते हुए कहा, "हम दुनिया भर में संक्रमण की और लहरों की उम्मीद करते हैं, लेकिन इस संक्रमण से मौतें होने की उम्मीद बेहद कम है. क्योंकि अब लोग इससे बचने के तरीके जानते हैं." वायरोलॉजिस्ट इस बात से सहमत हैं कि नए सबवेरिएंट के उभरने का मतलब यह नहीं है कि महामारी में नया संकट आ गया है. नए वेरिएंट की उम्मीद की जा रही है क्योंकि वायरस का प्रसार जारी है.
XBB.1.5 के विश्व स्तर पर फैलने की संभावना है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह दुनिया भर में संक्रमण की अपनी लहर पैदा करेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा टीके गंभीर लक्षणों, अस्पताल में भर्ती होने और मौत से बचाते हैं.
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के निदेशक प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने कहा, "ऐसा सोचने का कोई कारण नहीं है कि XBB.1.5 अन्य वेरिएंट की तुलना में किसी भी अधिक चिंता का विषय है, जो COVID-19 म्यूटेंट के लगातार बदलते परिदृश्य में आते और जाते हैं."
डब्ल्यूएचओ इसके बारे में क्या कर रहा है?
वायरस के विकास पर WHO का तकनीकी सलाहकार समूह सब वेरिएंट पर एक जोखिम मूल्यांकन कर रहा है. वैन केर्खोव ने बुधवार को कहा कि उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में इसे प्रकाशित कर दिया जाएगा. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह प्रयोगशाला अध्ययनों और वास्तविक दुनिया के आंकड़ों की मदद से सब वेरिएंट की गंभीरता में किसी भी संभावित बदलाव की बारीकी से निगरानी कर रहा है.