भजन सम्राट अनूप जलोटा कहते हैं कि कृष्ण जब बांसुरी बजाते थे तो चाहे गोपी हो या पशु-पक्षी भी मंत्रमुग्ध हो जाते थे. लेकिन कृष्ण बाद में मथुरा चले चले जाते हैं और गोपियां उनके आने की राह देखती रहती हैं. उनके इंतज़ार और व्यथा को शब्दों में पिरो कर भजन सम्राट एक भजन प्रस्तुत करते हैं जिसके बोल हैं, “बंसी बजा के मेरी निंदिया उड़ाई, लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई”. देखें ‘अच्छी बात’ अनूप जलोटा के साथ.
Bhajan Samrat Anup Jalota says that when Krishna used to play the flute, not only gopis, birds and animals too used to get mesmerized. But later, Krishna had to go to Mathura and the gopis were waiting for his arrival in Vrindavan. Putting their wait and agony into words, Bhajan Samrat presents a hymn whose lyrics are, “Bansi Baja Ke Meri Nindia Udai, Ladla Kanhaiya Mera Krishna Kanhai.'' Watch 'Achchhi Baat' with Anup Jalota.