अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात पीएम मोदी की. जो तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में कैरेबियाई देश गुयाना पहुंच हैं. इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 56 वर्षों में गुयाना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए. गुयाना में उनका स्वागत करने के लिए राष्ट्रपति डॉक्टर इरफान और प्रधानमंत्री एंटनी फिलिप्स प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पहुंचे. खास बात ये है कि इस दौरे पर गुयाना और बारबाडोस ने पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान देने का ऐलान किया है.
Pollution In Delhi: अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात पॉल्यूशन की करेंगे. दिल्ली-NCR के शहरों में पॉल्यूशन की समस्या लगातार गंभीर श्रेणी में बनी हुई. ऐसे में सरकार से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक, पॉल्यूशन की इस समस्या से निपटने पर हर संभव प्रयास करने में जुटे हुए हैं. वहीं, इन सरकारी प्रयासों के अलावा लोग भी छोटे-छोटे घरेलू उपाय के जरिए पॉल्यूशन के खिलाफ इस लड़ाई में अहम भूमिका निभा सकते हैं. क्या हैं ये घरेलू उपाय, देखिए इस रिपोर्ट में.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात अयोध्या की. जहां आज भगवान श्रीराम का तिलकोत्सव बहुत धूमधाम के साथ आयोजित हुआ. जिसमें जनकपुर से आए 500 विशेष मेहमान शामिल हुए. भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह की ये पहली रस्म है जो आज निभाई गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को नाइजीरिया (PM Modi Nigeria Visit) के दूसरे सर्वोच्च सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से सम्मानित किया गया है. ये किसी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला 17वां अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है. खास बात ये है कि पीएम मोदी नाइजीरिया का ये सर्वोच्च सम्मान पाने वाले विश्व की दूसरी बड़ी शख्सियत हैं.
गर्मी के दिन बीत रहे हैं और सर्दी (Winter Update) ने दस्तक दे दी है. दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR Winter Weather) समेत उत्तर भारत में मौसम करवट ले रहा है. सुबह और शाम में हल्की सर्दी होने लगी है. सर्दी की आमद के साथ कश्मीर का मौसम (Kashmir Weather) भी बदल गया है. हसीन वादियों पर जमी बर्फ की चादर अब दिखने लगी है. कश्मीर के तमाम ऊपरी हिस्सों में सीज़न की पहली बर्फबारी (Kashmir Snowfall) भी हो रही है. कहीं आसमान से सफेद बर्फ के फाहों की बारसात हो रही है, तो कहीं घरों की छतों से लेकर सड़कों तक पर बर्फ ही बर्फ नज़र आ रही है.
Dev Deepawali 2024: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में देव दीपावली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई गई. करीब 21 लाख दीयों से काशी के सभी घाटों और पवित्र कुंडों को रौशन किया गया. इस खास मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद रहे और इस विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली की साक्षी बनें.
Poorvi Prahar Exercise: अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा के नजदीक सेना का अभ्यास पूर्वी प्रहार चल रहा है...इस अभ्यास में भारतीय सेना के तीनों अंग शामिल हैं...जो अपने आधुनिक हथियारों, हेलिकॉप्टर, ड्रोन्स और आर्टिलरी गन के साथ अभ्यास कर रहे हैं.. इस अभ्यास का मकसद सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल को बेहतर बनाना और दुर्गम इलाकों में युद्ध की संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना है..
नवंबर का पहला हफ्ता बीतने के साथ ही देश के पहाड़ी राज्यों में मौसम का मिजाज बदलने लगा है. जम्मू कश्मीर में अचानक मौसम बदला और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई...जबकि राज्य के मैदानी इलाकों में हुई बारिश ने ठंड बढ़ा दी.. लेकिन उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में अभी भी लोग सर्दियों का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, सुबह-शाम हल्की ठंड जरुर हो रही है...मौसम विभाग का कहना है कि 15 नवंबर के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा, जिसके बाद जोरदार ठंड की शुरुआत हो जाएगी.
कल से देश में शादियों के सीजन की शुरुआत होने जा रही है...क्योंकि कल है देवउठनी एकादशी. कहा जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के निद्रा से जागने के साथ ही मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाते हैं....इसीलिए 12 नवंबर से शुरू हो रहे वेडिंग सीजन में इस बार नॉन-स्टॉप शादियों का सिलसिला देखने को मिलेगा...जो कि मार्च तक चलेगा.ऐसे में शादियों के इस सीजन में बाजारों में भी अच्छे कारोबार की उम्मीद जताई जा रही है.
अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में विराजमान रामलला (Ram Lala) के लिए भी ठंड के मौसम में विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं. रामलला को 20 नवंबर से रजाई ओढाई जाएगी. इसके साथ ही भोग आदि में भी बदलाव किए जाने की तैयारी है. रामलला के लिए क्या खास तैयारियां हो रही हैं.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात पॉल्यूशन की. दिल्ली-NCR के शहरों में वायु प्रदूषण की समस्या हर गुजरते दिन के साथ गंभीर होती जा रही है. एयर क्वॉलिटी इंडेक्स यानी AQI का लेवल कई इलाकों में गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. जिसके चलते बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को परेशानी होने लगी है.