महाकुंभ की बात करते हैं जो अगले महीने 13 तारीख से संगम नगरी प्रयागराज में शुरू होने जा रहा है. जिसमें इस बार 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान जताया जा रहा है. महाकुंभ में आने वाले इन श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो. इसके लिए एक से बढ़कर एक सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है. इसी कड़ी में रेलवे की तरफ से प्रयागराज जंक्शन पर स्लीपिंग पॉड की व्यवस्था की गई. जबकि पर्यटन विभाग की ओर से संगम किनारे डोम सिटी बसाई जा रही हैं. जो तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात दिल्ली-NCR के एयर पॉल्यूशन की. जो बीते चार दिनों से बेहद गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. ये हाल तब है जब प्रदूषण की रोकथाम का आखिरी हथियार यानी GRAP-4 तीन दिन पहले लागू किया जा चुका है. बावजूद इसके पॉल्यूशन का स्तर घट नहीं रहा है. आज सुबह सात बजे भी दिल्ली में औसतन एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 448 रहा, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. और ये लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. आखिरी प्रदूषण का लेवल कम ना होने के पीछे वजह क्या है, देखिए ये रिपोर्ट.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे सबसे पहले बात महाकुंभ की जो 13 जनवरी से संगम नगरी प्रयागराज में शुरू हो रहा है. दुनिया के इस सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले में करीब 40 करोड़ लोगों के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. जाहिर है जब इतनी संख्या में लोग प्रयागराज में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचेंगे तो उनकी सुरक्षा और सुविधा का पूरा जिम्मा प्रशासन और सरकार पर होगा. यही वजह है कि कुंभ के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए अब तक की सबसे बड़ी एक्सरसाइज शुरू हो चुकी है.
अच्छी और सच्ची खबर की शुरुआत महाकुंभ के साथ जो 13 जनवरी से संगम नगरी प्रयागराज में शुरू हो रहा है. और ये महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा. इस दौरान ना सिर्फ देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु पहुंचेंगे बल्कि अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संत भी पहुंचेंगे. जिनके बिना दुनिया का ये सबसे बड़ा आध्यात्मिक मेला अधूरा माना जाता है. यही वजह है कि महाकुंभ 2025 के शुरू होने से पहले ही संगम किनारे अखाड़ों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.. इन अखाड़ों की शुरुआत किसने की थी. इनका काम क्या है और इस वक्त देश में कितने अखाड़े हैं. इसी पर देखिए ये रिपोर्ट.
Weather Update: अच्छी और सच्ची ख़बर में सबसे पहले बात ठंड की. इन दिनों उत्तर भारत के ज्यादातर शहरों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. हालात ये है कि कई शहरों में पारा पांच डिग्री से नीचे जा चुका है. ऐसे में शीत लहर के बाद कोहरे ने भी ठंड की तीव्रता को बढ़ा दिया है. जिसके चलते जनजीवन खासा प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग की ओर से 16 से 22 दिसंबर तक देश के कई हिस्सों में शीत लहर की चेतावनी जारी की गई. मौसम विभाग की इस चेतावनी को देखते हुए लोगों को ठंड से बचाव के लिए उपाय करने की सलाह दी गई है.
प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है. महाकुंभ की शुरुआत में भले ही करीब एक महीना हो, लेकिन 14 दिसंबर को महाकुंभ की पहली पेशवाई प्रयागराज की सड़कों पर निकली. सनातन का प्रतीक माने जाने वाली अंखाड़ों का मेला क्षेत्र दाखिल होने का जो सिलसिला है. सबसे पहले जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज मौजूद रहे. हम आपको महाकुंभ की तैयारियां दिखाते हैं.
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और कई राज्यों में कोहरा छाने लगा है. दिल्ली, यूपी, राजस्थान, पंजाब और बिहार सहित कई राज्यों में शीतलहर जारी है और लोग ठंड से बचने के उपाय कर रहे हैं. आने वाले वक्त में ठंड बढ़ने की आंशका जताई जा रही है. हम आपको बताते हैं देश के मौसम का हाल
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात आस्था के उस महामेले की जिसकी औपचारिक शुरुआत आज प्रयागराज में देश के प्रधानमंत्री ने की. आज से ठीक एक महीने बाद यानि 13 जनवरी से महाकुंभ का शुभारंभ होगा. आज पीएम मोदी महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने प्रयागराज पहुंचे. पीएम ने इस दौरान संगम में क्रूज की सवारी की. संगम तट पर पूजा की. वो साधु संतों से मिले. अक्षय वट, लेटे हनुमान के पूजन के साथ सरस्वती कूप में संकल्प लिया। साथ ही इस मौके पर पीएम ने संगम नगरी प्रयाग को लगभग 6 हज़ार करोड़ के प्रोजेक्ट्स की सौगात दी. ये नए प्रोजोक्ट अध्यात्म. संस्कृति और परंपराओं से सजे महाकुंभ के निर्विघ्न और सफल आयोजन को संभव बनाएंगे.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात ठंड की. पूरा उत्तर भारत इन दिनों कड़ाके की ठंड का सामना कर रहा है. पहाड़ी राज्यों से लेकर मैदानी राज्यों तक तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की रही है. जिसके चलते आज सुबह दिल्ली का तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. एक दिन पहले भी राजधानी का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. दिसंबर की शुरुआत में न्यूनतम तापमान 14 सालों में पहली बार 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचा है. उधर, पहाड़ी राज्यों में फिर से बर्फबारी का दौर शुरू चुका है. पहाड़ से लेकर मैदान तक ठंड के तेवर को देखते हुए मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात स्वदेशी टैंक जोरावर की. जिसका इन दिनों लद्दाख के न्योमा में ट्रायल चल रहा है. इस ट्रायल के तहत इसकी फायर पावर, मोबिलिटी और प्रोटेक्शन को हर पैमाने पर परखा जा रहा है. खबर ये है कि अगर लद्दाख जैसे हाई एल्टीट्यूड इलाके में जोरावर सभी पैमानों पर खरा उतरा, तो इसे अगले साल भारतीय सेना के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा. जिसके बाद LAC पर भारतीय सेना की मजबूती और बढ़ जाएगी.
अच्छी और सच्ची खबर में सबसे पहले बात मौसम की. पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का सिलसिला लगातार जारी है. कश्मीर से लेकर सिक्किम तक इन दिनों बर्फबारी हो रही है. ये बर्फबारी एक तरफ जहां सैलानियों को बहुत पसंद आ रही है. वहीं, दूसरी तरफ गिरते तापमान से जनजीवन भी खासा प्रभावित हो रहा है. श्रीनगर में इस मौसम का सबसे कम तापमान माइनस 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सोनमर्ग माइनस 9.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा. कश्मीर की तरह ही हिमाचल और उत्तराखंड में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. पहाड़ी राज्यों में हो रही इस बर्फबारी से उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में भी लोग ठिठुरने लगे हैं.